सुलतानपुर। पाॅचवे चरण का प्रचार के अंतिम दिन सभी दलों के प्रत्याशियों
ने सारी ताकत झोक अपनी ताकत का एहसास कराया। बयानबाजी और मतदाताओं से
दूरी की वजह से कुछ प्रत्याशी अपनी खटिया खड़ी कर रहे है। कुछ
प्रत्याशियों पर लगे दाग उनकी रफतार में बाधक बनते नजर आ रहे है। कही पर
निर्दल राष्ट्रीय पार्टियों पर भारी दिख रहे है तो कही पर जातीय समीकरण
की वजह से मुकाबला दिलचस्प हो चला है।

चुनावी प्रचार के अंतिम दिन इसौली विधानसभा के एमबीसीआई प्रत्याशी
शिवकुमार सिंह ने विशाल मोटर साइकिल रैली निकाल अपनी ताकत का एहसास
कराया। रैली के बाद शिवकुमार सिंह ने जनसभा कर कहा कि उनकी जीत तय है।
जनता सेवक चुनना चाहती है। जिससे क्षेत्र का विकास हो सके। फिल्मी नायक
सज्जन सिंह ने भी शिवकुमार सिंह के लिए वोट मांगा। फिल्मी नायक को देखने
के लिए हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। इसौली विधानसभा में चुनावी मुकाबला भी
दिलचस्प है। यहां पर बसपा प्रत्याशी शैलेन्द्र त्रिपाठी जहां गुरिल्ला
लड़ाई लड़ रहे है तो सपा प्रत्याशी अबरार अहमद जातीय वोटो के बिखराव को
रोकने के लिए हर सम्भव मदद कर रहे है। रालोद प्रत्याशी बाहुबली मोनू सिंह
भी घर-घर जाकर वोट मांग रहे है। मतदाताओं की नजर भाजपा प्रत्याशी
ओमप्रकाश बजरंगी से हट गई है। सुलतानपुर विधानसभा में सपा प्रत्याशी अनूप
संडा, बसपा प्रत्याशी मुजीब अहमद और भाजपा प्रत्याशी सूर्यभान सिंह के
बीच त्रिकोणीय लड़ाई बनने का आसार दिख रहा है। सपा और भाजपा प्रत्याशी ने
रैली निकाल मतदाताओं को लुभाने का काम किया। लम्भुआ विधानसभा में सपा
प्रत्याशी संतोष पांडेय और बसपा प्रत्याशी विनोद सिंह के बीच सीधी लड़ाई
बनती दिख रही है। कादीपुर सुरक्षित विधानसभा में तो सपा, बसपा और भाजपा
की त्रिकोणीय लड़ाई देखी जा रही है। सबसे दिलचस्प लड़ाई सदर विधानसभा में
दिख रही है। गैंगरेप का आरोप लगने के बाद सपा प्रत्याशी अरूण वर्मा के
मतो के विभाजन का फायदा भाजपा प्रत्याशी सीताराम वर्मा को मिलता नजर आ
रहा है। बसपा प्रत्याशी राजबाबू उपाध्याय भी कम में नही आके जा रहे।
प्रचार के अंतिम दिन इन विधानसभाओं में भी प्रत्याशियों ने सारी ताकत झोक
दी। फिर भी पाॅचों विधानसभा सीटों पर सपा अपनी साख बचाने के लिए पूरी तरह
से जुटी हुई है। इसका निर्णय कल प्रत्याशियों के भाग्य विधाता इबीएम मशीन
पर बन्द कर देगें। जिसका खुलासा 11 मार्च को दोपहर बाद देखने को मिलेगा।