आसिफ मिर्जा

अमेठीं। मुख्यमंत्री अमेठी अखिलेश यादव के अमेठी पहुँचने के पहले ही गैंगरेप के आरोपी मंत्री गायत्री रोने के बाद मंच से नीचे उतर आये। अखिलेश ने अपने भाषण में एक बार भी गायत्री का नाम नही लिया। सपा के लिए वोट देने के अपील जरुर की।

गंठंगंधन के बावजूद भी अमेठी और गौरीगंज विधानसभा क्षेत्र में सपा और कांग्रेस के प्रत्याशी आमने सामने है। गांधी परिवार के गढ में भी अखिलेश ने इशारो ही इशारो में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हैण्डल छोडकर भी साइकिल चला लेते है। थोडा बहुत कांग्रेस का साथ मिला है तो और साइकिल और ठीक से चलेगी। हवा खिलाफ होने पर भी किसान साइकिल चला लेता है। पहलें दूसरे तीसरे चरण में साइकिल जिस रफ्तार से चली है सो हवा हमारे पक्ष में है।
सीएम अखिलेश ने कि प्रधानमंत्री जी रमजान और दीपावली पर बिजली की बात तो करते है पर आप गंगा मइया की कसम खाइये और गंगा मइया की कसम हाथ उठाकर बताइये कि आपके काशी को जिसको आप कहते थे कि गंगा मइया ने हमें बुलाया है। उस काशी को 24 घण्टे बिजली कौन दे रहा है हम समाजवादी आपकी तरह मन की बात नही करते बल्कि काम की बात करते है। प्रधानमंत्री जी कहते है कि हम लखनऊ में मेट्रो पर बैठना चाहते है। हमतो कहते है रेलवे से एनओसी दिलवा दीजिए और आप मेट्रो में बैठकर सफर कर लीजिए पर आपसे यह सवाल भी करते है कि आप तीन बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे तो वहा क्यो मेट्रो नही चली?

सीएम ने कहा कि जब घर कब्जा हो रहा था राजमहल में तब हमने उनकी भी मदद की थी। लेकिन दो रानी लडेगी तो फायदा किसका होगा। निश्चित रुप से फायदा हमारा होगा इसलिए आप लोग भूलकर भी उन दोनो रानी की तरफ मत देखो।

सीएम ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट का आदर करते है उसका पूरा पूरा फैसला माना जायेगां पर बदायू मंे क्या निकला सुलतानपुर के विधायक अरुण वर्मा के मामले में हाईकोर्ट के आदेश पर जाच हुई अब भी सच जनता जानती है। अरुण वर्मा निर्दोश ही निकलेगे। लेकिन अखिलेश ने न तो गायत्री का नाम लिया न ही उनके मामले की चर्चा की।