नई दिल्ली: नागालैंड के मुख्यमंत्री टी.आर. जेलियांग ने रविवार को इस्तीफा दे दिया. जेलियांग ने सर्वसम्मति से चुने गए उम्मीदवार के लिए पद छोड़ने का फैसला लिया. सत्तारूढ़ नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के विधायकों को लिखे एक पत्र में जेलियांग ने कहा कि उन्होंने आंदोलनकारी समूहों और सरकार के बीच गतिरोध तोड़ने के लिए इस्तीफा देना का फैसला किया है.

जानकारी के मुताबिक, नागालैंड में एक नाटकीय राजनीतिक घटनाक्रम में शनिवार को सत्तारूढ़ नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने प्रदेश के एकमात्र लोकसभा सांसद नेफियू रियो को पार्टी विधायक दल के नए नेता के रूप में अपना समर्थन दिया. इस घटना के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री जेलियांग का पद से हटना लगभग तय हो गया था.

नागालैंड के मुख्यमंत्री टीआर जेलियांग ने दिया इस्तीफा, एनपीएफ ने कल आपात बैठक बुलाई नागालैंड के मुख्यमंत्री टी.आर. जेलियांग ने रविवार को इस्तीफा दे दिया. नागालैंड में एक नाटकीय राजनीतिक घटनाक्रम में शनिवार को सत्तारूढ़ नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने प्रदेश के एकमात्र लोकसभा सांसद नेफियू रियो को पार्टी विधायक दल के नए नेता के रूप में अपना समर्थन दिया. इस घटना के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री जेलियांग का पद से हटना लगभग तय हो गया था.

यह राजनीतिक घटनाक्रम पार्टी विधायकों और निर्दलीय विधायकों सहित 50 से अधिक विधायकों द्वारा रियो के पक्ष में एक पत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद सामने आया है.

मुख्यमंत्री ने सोमवार को राज्य बैंक्वेट हॉल में एनपीएफ विधायकों की आपातकालीन बैठक बुलाई है. यह बैठक सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक एलायंस ऑफ नागालैंड (डीएएन) विधायक दल की उसी जगह होने वाली बैठक के बाद होगी. मीटिंग में अगले मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाई जाएगी. नागालैंड विधानसभा में कुल 60 सीटें हैं.

आंदोलन कर रहे जनजातीय समूह जेलियांग के 33 फीसदी महिला आरक्षण के साथ नगरीय निकाय के चुनाव कराए जाने के फैसले पर उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.

साठ सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक एलायंस ऑफ नागालैंड गठबंधन सरकार में निलंबित विधायक इमकोंग इमचेन, चार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के और 8 निर्दलीय सहित 48 एनपीएफ विधायक शामिल हैं.

शनिवार को 50 से ज्यादा विधायकों ने राज्य के एकमात्र लोकसभा सदस्य नेफियू रिओ के पक्ष में एक समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर कर दिया. रिओ विधायक दल के नए नेता होंगे, वह जेलियांग का स्थान लेंगे.