विधानसभा लखनऊ पूर्वी से आईआईएम के प्रबंधन डिग्रीधारी प्रत्याशी को मिला भरपूर जनसमर्थन

लखनऊ। एक तरफ गाड़ियों का काफिला तो दूसरी ओर दोपहिया वाहनों पर झंडा लहराते हुए उत्साही युवा। 173 विधानसभा लखनऊ पूर्वी से सपा-कांग्रेस गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी डा.अनुराग सिंह भदौरिया के रोड शो में आज जनभावनाओं का ऐसा सैलाब उमड़ा जिसको देखकर यह साफ लग रहा था कि आने वाले विधानसभा चुनावों में सपा-कांग्रेस गठबंधन की भारी बहुमत से सरकार बनेगी और लखनऊ पूर्वी से अनुराग भदौरिया ही विधायक बनेंगे।

यह सैलाब पार्टी के झंडे और बैनर लहरा रहा था और साथ ही पूूरे जोश से पंजे पर बटन दबाना है, अनुराग भदौरिया को जीताना है, जन-जन का यह नारा है अनुराग भदौरिया विधायक हमारा है तथा यूपी को यह साथ पसंद है नारे लगा रहा था तो दूसरी ओर लाउडस्पीकर पर चर्चित सांग अखिलेश यादव बोल रहा हूं के गाने ने माहौल को एकदम भावपूर्ण बना दिया। चूंकि आज चुनाव प्रचार का अंतिम दिन था तो क्षेत्र के सभी प्रत्याशियों ने अपने षक्ति प्रदर्शन में पूरी ताकत झोंक दी थी। हालांकि इसमें सबसे भारी आईआईएम से प्रबंधन की डिग्री धारी युवा प्रत्याशी अनुराग भदौरिया पड़े जिनके रोड शो को रास्ते में जगह-जगह नागरिकों का पूरा समर्थन मिला। लोगों ने जगह-जगह इस युवा प्रत्याशी का स्वागत किया और कहा कि हमारा पूरा समर्थन आपके साथ है और आप ही हमारे विधायक हो।

इस रोड शो की शुरूआत सुबह दस बजे नीलगिरि चौराहे के पास ए-246 इंदिरानगर स्थित चुनाव कार्यालय से हुई जो वहां से पीरबाबा मजार चौराहा पहुंचा। इसके बाद मीना मार्केट, शालीमार चौराहा, आम्रपाली चौराहा, बी ब्लाक चौराहा, सी ब्लाक चौराहा, फैजाबाद रोड होते हुए अरावली, पालीटेक्निक, इस्माइलगंज सेक्टर-आठ, अरविंदो पार्क, मुंशीपुलिया, खुर्रमनगर चौराहा, रहीम नगर चौराहा, क्लासिक चौराहा, छन्नीलाल चौराहा, कपूररथला, मामा चौराहा, टेढ़ी पुलिया, अतरौली, पहाड़पुर, बहादुरपुर, कंचन बिहारी मार्ग होते हुए खुर्रमनगर चौराहे पर खत्म हुआ जहां एक जनसभा के साथ रोड शो का समापन हुआ। इस अवसर पर डा.अनुराग सिंह भदौरिया ने अपने संबोधन में कहा कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में प्रदेश आगे बढ़ रहा है और उन्हें मजबूती देने के लिए यूपी की जनता ने इन चुनावों में प्रदेश में सपा-कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनवाने का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि यह नई सोच वालोें का गठबंधन है जिसे जनता ने खुले मन से स्वीकारा है। बस यही बात विरोधियों को हजम नहीं हो रही है।