आसिफ मिर्जा

सुलतानपुर। सुनने में अजीब जरूर लगेगा, लेकिन यह बात सोलह आने सच है। इसौली के बसपा प्रत्यासी को अपने कर्मो पर नही बल्कि उन्हें पूजा और इबादत पर ज्यादा है। यही वजह है कि यह प्रत्यासी प्रतिदिन करीब 2 घंटे पूजा करता है। पूजा कराने के लिए करीब दर्जन भर पंडित बुलाये गए है। जो सुबह 8 बजे से 10 बजे तक प्रत्यासी शैलेन्द्र त्रिपाठी को बैठाकर पूजा करते है। जो लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है।

मुस्लिम मतों के लिए बुलाये जायेंगे मौलाना

इसौली विधान सभा मुस्लिम बाहुल्य सीट है। ऐसे में सभी प्रत्यासी चाहते है कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम पसंद कर वोट करे। शैलेन्द्र त्रिपाठी का कहना है कि वह मेहनत कर रहे है। करीब 25 मौलाना बुलाये गए है। जो छेत्र में जाकर उनके लिए वोट मांगेंगे। हलाकि स्थानीय विधायक अबरार से नाराजगी का फ़ायदा बसपा और रालोद प्रत्यासी मोनू सिंह को मिलता दिखाई दे रहा है। ऐसे में दोनों के बीच सीधी लड़ाई बनती दिख रही है।

प्रत्यासी के पिता ने दिया बड़ा बयान

बड़बोलेपन के शिकार बसपा प्रत्याशी के पिता पत्रकारों से बातचीत में यह बोल गए कि जो कुछ करना है वही करेंगे। शैलेन्द्र को कुछ नही आता। जीतने के बाद सारा कामकाज वही देखेंगे। अब सवाल खड़ा होता है कि ऐसे प्रत्यासी को जनता क्यों जिताएगी जो कोई काम खुद नही कर पायेगा।

इसौली विधान सभा के महाराजगज में आयोजित पैगामे जम्हूरियत व् शैचिक जागरूकता कॉन्फ्रेन्स में एकता की मिशाल दिखी। यहाँ रालोद प्रत्यासी मोनू सिंह बसपा प्रत्यासी शैलेन्द्र त्रिपाठी और ए आई ऍम आई ऍम प्रत्यासी दावूद को सम्मानित किया गया। मंच से कहा गया कि लोग जात पात से उठकर अच्छे प्रत्यासी को वोट देकर जिताये जो विकास करे। कहा गया कि प्रत्यासी चाहे जिस बिरादरी का क्यों न हो।