लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के पहले चरण में पश्चिमांचल के 15 जिलों की कुल 73 सीटों पर शनिवार को छिटपुट घटनाओं के बीच करीब 63 प्रतिशत से अधिक वोट पड़े।

निवार्चन आयोग के सूत्रों के अनुसार पहले चरण में मतदाताओं ने काफी जोश-ओ-खरोश से मतदान किया। शाम पांच बजे तक मतदान के लिए मतदान केन्द्र में पहुंचने की समयसीमा खत्म होने तक औसतन 63 प्रतिशत से अधिक वोट पड़ चुके थे। चूंकि अभी कतार में खड़े लोगों को वोट डालना बाकी है, लिहाजा यह प्रतिशत बढ़ने की सम्भावना है। आयोग के निर्देशों के अनुसार जो भी मतदाता शाम पांच बजे तक मतदान केन्द्र में उपस्थित हो जाएंगे, उन्हें वोट डालने दिया जाएगा।

पहले चरण में शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बुलन्दशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज जिलों की 73 सीटों पर मतदान हुआ। मतदान केन्द्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की लम्बी-लम्बी कतारें देखी गईं। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 61.04 प्रतिशत मतदान हुआ था।

पहले चरण में विभिन्न पार्टियों के कई छत्रपों की प्रतिष्ठा दांव पर थी। नोएडा सीट पर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह, कैराना सीट से भाजपा सांसद हुकुम सिंह की बेटी मगांका, मथुरा सीट से भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा तथा कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर, सरधना सीट से भाजपा के विवादास्पद विधायक संगीत सोम तथा थाना भवन सीट से सुरेश राणा समेत कुल 839 उम्मीदवारों का चुनावी भाग्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में बंद हो गया। मतदान के दौरान कुछ जगहों से झड़पें होने की खबरें मिली हैं।

बागपत से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार शहर की बाघू कालोनी में दो समुदायों के बीच एक समुदाय को मतदान से रोकने की कोशिश किए जाने तथा मतदान पर्चियां छीने जाने पर आपस में पथराव तथा मारपीट हुई। इस घटना में 10 लोग घायल हो गये। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया।