सुलतानपुर। यूपी विधानसभा चुनाव का पहला चरण 11 फरवरी को शुरू हो रहा है। पूरा चुनाव सात चरणों में कराया जाना है। इसके बाद रिजल्ट 11 मार्च को आएगा। लेकिन मतदान शुरू होने से पहले अमेठी राजघराने में संघर्ष मच गया है। यहां एक राजा की दो रानियां एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।

अमेठी के राजपरिवार के राजा संजय सिंह हैं, जिनकी दोनों पत्नियां इस बार चुनाव में आमने सामने हैं। एक को बीजेपी ने टिकट दिया है तो दूसरी को कांग्रेस ने मैदान में उतारा है। संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ रही हैं। वहीं, कांग्रेस की ओर से अमिता सिंह चुनाव लड़ेंगी। गरिमा सिंह ने सोमवार को अपना पर्चा भी दाखिल किया। हलफनामे में उन्होंने पचास हजार रुपये कैश और अचल संपत्ति लगभग तीन करोड़ रुपये की होने की बात कही है। बता दें कि इससे पहले इस सीट पर सपा मंत्री गायत्री प्रजापति का कब्जा था। लेकिन इस बार सपा-कांग्रेस गठबंधन होने से अमिता को काफी विवाद के बाद टिकट दिया गया है।

गरिमा को संजय सिंह ने 1995 में दिया था तलाक

संजय सिंह ने 1995 में अपनी पत्नी गरिमा सिंह को तलाक दे दिया था। इसके बाद कई सालों तक उन्हें महल में भी आने नहीं दिया गया। हालांकि, 2014 में वे अपने बेटे के साथ महल में आने में कामयाब हो सकी थीं।

पहली बार चुनावी मैदान में हैं गरिमा सिंह

बीजेपी ने इस बार गरिमा सिंह को टिकट दिया है। वे पहली बार चुनाव लड़ रही हैं। हालांकि, अमिता सिंह चुनाव लड़ चुकी हैं। वे विधायक और मंत्री भी थीं।

सोमवार को दाखिल किए गए पर्चे में गरिमा सिंह ने संजय सिंह को अपना पति बताया है। हलफनामे की मानें तो गरिमा सिंह के पास एक बंदूक और संजय सिंह के पास तीन हथियार हैं।