लखनऊ: उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी विवाद में घिरती दिख रही है. विवादास्पद भाजपा विधायक सुरेश राना के खिलाफ यूपी पुलिस ने भड़काउ भाषण देने के आरोप में सोमवार को मामला दर्ज किया है. राना ने अपने भाषण के दौरान कहा था कि अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में अगर वो फिर से जीते तो कैराना, देवबंद और मुरादाबाद में कर्फ्यू लगाया जाएगा.

यूपे के शामली की थाना भवन सीट से भाजपा उम्मीदवार राना, 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी भी हैं. राना ने शनिवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में लोगों को संबोधित करते हुए कर्फ्यू लगाने से जुड़ी विवादित टिप्पणी की थी. विपक्षी दलों ने राणा के इस बयान की कड़े शब्दों में निंदा की.

थाना भवन के क्षेत्राधिकारी सुनील कुमार त्यागी ने कहा कि राना के खिलाफ उनके विवादित बयान को लेकर आईपीसी की धारा 505 (लोगों को उकसाने के उद्देश्य से दिया गया बयान) और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 (चुनाव के मद्देनजर दो वर्गों में वैमनस्य बढ़ाने) के तहत मामला दर्ज किया गया है. अधिकारी ने कहा कि ये पाया गया कि विधायक के बयान से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है.

वहीं राना ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी उन गुंडों के लिए थी जिन्होंने प्रदेश में आतंक फैला रखा है. राना ने कहा कि मेरा आशय था कि गुंडों और लुटेरों के फैलाए खौफ से बहुत से लोग पश्चिमी उत्तर प्रदेश छोड़कर जाने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि इलाके में ऐसा कोई शहर नहीं जहां लोग इन गुंडों के डर से बाहर जाने की योजना नहीं बना रहे हों.