लाहौर: लश्‍कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद को पाकिस्‍तानी अधिकारियों ने हिरासत में लेकर 6 महीने के लिए नजरबंद कर दिया है. ऐसी अटकलें हैं कि यह कार्रवाई अमेरिका की उस चेतावनी के बाद की गई है जिसमें अमेरिका ने कहा है कि अगर जमात उद दावा के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह पाकिस्‍तान पर प्रतिबंध लगा सकता है. जमात उद दावा का प्रमुख भी हाफिज सईद ही है. सईद के संगठन के अनुसार पंजाब सरकार के गृह विभाग ने सईद की नजरबंदी का आदेश जारी किया और लाहौर पुलिस ने चौबुरजी स्थित जमात-उद-दावा मुख्यालय पहुंचकर इस आदेश को क्रियान्वित किया. जमात-उद-दावा के पदाधिकारी अहमद नदीम ने बताया कि सईद ‘मस्जिद-ए-कदसिया चौबुरजी’ में है और बड़ी संख्या में पुलिस बल ने जेयूडी मुख्यालय को घेर रखा है. नदीम ने कहा, ‘पुलिस अधिकारी ने हमें बताया कि उसके पास जेयूडी प्रमुख को नजरबंद करने का आदेश है जिसे पंजाब के गृह विभाग ने जारी किया है.’

पंजाब सरकार ने यह कदम उस वक्त उठाया गया है जब ट्रंप प्रशासन की ओर से आतंकवाद को लेकर कदम उठाने का दबाव बढ़ा है. अमेरिका ने इस्लामाबाद से स्पष्ट कह दिया है कि जेयूडी और सईद के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में पाकिस्तान को प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है. जेयूडी लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन है. लश्कर 2008 के मुंबई हमले सहित कई आतंकवादी घटनाओं के लिए जिम्मेदार है. संयुक्त राष्ट्र ने जून, 2014 में जेयूडी को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था.

पाकिस्‍तान के अखबार द न्‍यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के डोनाल्‍ड ट्रंप के सत्ता संभालने के कई दिनों बाद प्रतिबंधों की चेतावनी आई है. जमात-उद-दावा को अमेरिका ने 2014 में आतंकी संगठन घोषित कर दिया था. भारत द्वारा मुंबई में हुए आतंकी हमलों में हाफिज सईद की संलिप्‍तता के तमाम सबूत दिए जाने के बावजूद भी सालों से वह पाकिस्‍तान में स्‍वतंत्र रूप से रहता रहा है.