ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक 26 जनवरी, 2017 की रात 22 बजकर 49 मिनट पर शनिदेव अपने सभी बासठ चंद्रमाओं के साथ वृश्चिक राशि से धनु में प्रवेश करने जा रहे हैं। शनि के इस राशि परिवर्तन से बाकी राशियों पर भी सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही तरह के प्रभाव देखने को मिलेंगे।

तुला राशि वालों कोसबसे ज़्यादा फायदा

आपको बता दें कि शनि राशि के परिवर्तन का सबसे ज्यादा फायदा तुला राशि के लोगों को होने जा रहा है। शनि के राशि परिवर्तन से तुला राशि के लोगों पर पिछले साढ़े सात साल से जारी साढ़ेसाती ख़त्म हो जाएगी और उनके जीवन में नए अवसरों और खुशियों की आमद बढ़ जाएगी। तुला के आलावा सिंह और मेष राशि वालों के लिए भी शनि का ये बदलाव नई खुशियां लेकर आ रहा है। तुला, सिंह और मेष राशि के लोगों को अगले 4 महीने तक बेहद सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।

कन्या, मकर और वृष राशि के लोगों के लिए शनि का धनु में प्रवेश करना काफी बुरे आसार लेकर आ रहा है। मकर राशि वाले अपने ही स्वामी शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव में आकर कुछ उलझन में फंसे नजर आएंगे। इसके आलावा कन्या राशि और वृष राशि के लोग शनि की साढ़ेसाती के चलते कई तरह की परेशानियों में पड़ सकते हैं। आने वाले कुछ महीनों तक कन्या, मकर और वृष राशि के लोगों को जोखिम से दूर और सतर्क रहने की आवश्यकता है।

शनि का ये बदलाव देश की राजनीति और कारोबार पर भी असर डालेगा। देश में होने वाले विधानसभा चुनावों पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है। ज्योतिषियों के अनुमान के मुताबिक बड़ी राजनीतिक पार्टियों में संगठन के स्तर पर नाराज़गी बढ़ सकती है। बड़ी राजनीतिक पार्टियों के बिखरने की संभावना बढ़ती जा रही है। टैक्स का स्वामी मंगल होने से जनता को टैक्स के साथ अन्य प्रकार से क्षणिक राहत मिलेगी तो वहीं कुछ नए विचित्र टैक्स उलझन पैदा करेंगे।

21 मई 2017 से शनि के वक्री होने से लेकर 18 नवंबर 2017 को उसके मार्गी होने तक के बीच के समय में अर्थव्यवस्था की रफ्तार सुस्त होगी। विमुद्रीकरण के फायदे के साथ उसके साइड इफेक्ट भी दिखाई देंगे। इस दौरान बड़ी हवाई, सड़क और रेल दुर्घटनाएं और आगजनी के साथ किसी बड़े व्यक्ति की क्षति की भी आशंका है।