लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी द्वारा जारी घोषणा पत्र को थोथे वादों का पुलिन्दा बयाया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पहले बेरोजगारी भत्ता, लैपटाप और टैबलेट का सब्जबाग दिखाते हुए सत्ता हासिल करने वाला सैफई कुनबा एक बार फिर स्मार्टफोन के जरिए उत्तर प्रदेश के युवाओं को लालच देकर सत्ता पाने की जुगत में है। मुख्यमंत्री ने घोषणा पत्र जारी करते हुए भाषण में स्मार्टफोन पंजीकरणको वोटसे जोड़ा है। लेकिन सम्भवतः श्री अखिलेश यादव को यह मालुम नहीं है कि उत्तर प्रदेश का युवा स्वाभिमानी है। वे लालच में आने वाले नहीं है। प्रदेश का बेरोजगार युवा को अभी नौकारियों की नीलामी नही भूला है। राज्यलोक सेवा आयोग के अनिल यादव के बचाव में सरकार सुप्रीमकोर्ट गई। युवाओं को अखिलेश राज की बर्बर पुलिस ने लाठियों से पीटा। कुपोषण और तंगहाली से जूझ रहे प्रदेश के लोगों के लिए ठोस काम न कर पाने वाली सरकार ने वही एक बार फिर पेन्शन का सब्जबाग दिखाया है।
प्रदेश अध्यक्ष ने सवाल करते हुए कहा कि जिस पंेशन को आगे देने की बात कर रहे है। उस पेन्शन का वर्तमान हाल क्या है। पहले 45 लाख और 55 लाख को पेशन नहीं दे पा रहे है। तो आगे कैसे देंगे?
पांच साल पहले के घोषणापत्र में हर किसान को बीज, खाद और सिचाई के साथ फसल की खरीद की गारंटी देने वाली सपा सरकार न तो गन्ना किसानों का भुगतान कर सकी और न ही खरीद केन्द्र संचालित कर सकी। घोषित किसान वर्ष में किसानों के लिए तो कुछ नहीं किया बल्कि किसानों की आत्महत्या पर सरकार चुप बैठी रही। कुपोषण के लिए घी और मिल्क पाउडर की बात करने वाली सपा सरकार ने पिछले घोषणा पत्र में खाद्यन, वस्त्र ओर आवास का वायदा किया था अगर यह वायदापूरा हो जाता तो घी और मिल्क पाउडर की जरूरत ही नहीं होती।

किसान विकास निधि के साथ किसानों को खाद बीज की सहूलियत की बात करने वाली सपा ने पिछले घोषणा पत्र में किसी भी किसान की आत्महत्या पर बीडीओ, एसडीएम, और जिलाधिकारी पर कार्यवाही की बात की थी अखिलेश यादव बताए कि प्रदेश में हजारों किसानो की आत्महत्या पर कितनों के खिलाफ कार्यवाही हुई? भाजपा अध्यक्ष ने सवाल पूछा कि सरकार बताएं कि कितने भ्रष्टाचारियों को पदोन्नति देकर प्राइज पोस्टिंग दी? यह भी बताएं कि पूरे कार्यकाल में लखनऊ जिलाधिकारी तथा लखनऊ विकास प्रधिकरण पर केवल एक ही अधिकारी के पास क्यो रहा? यह भ्रष्टाचार नही तो किस लिए? जनता सपा के घोषणा पत्र पर विश्वास नहीं करती।

श्री मौर्य ने कहा कि मायावती के पत्थर घोटालों की बात करने वाले अखिलेश यादव ने अब तक यह नही बताया कि घोटालबाजों के खिलाफ उन्होंने क्या किया। अखिलेश के राज में माफियाओं, बलात्कारियों, भू-माफियाओं, कब्जाधारियों नौकरी उद्योग और ट्रांसफर उद्योग का ही विकास हुआ। ऐसा विकास प्रदेश और नही चाहता।

श्री मौर्य व्यापारियों को सुरक्षा की गांरटी देने वाले अखिलेश अगर सपाई झण्डाबरदारेां को लूट की खुली छूट न देते तो व्यापारी और महिलाओं की सुरक्षा का झूठा वादा नहीं करना पड़ता। अखिलेश कह रहे है कि वह अच्छे दिन ढूढ रहे है। वास्तव में देश के सभी भ्रष्टाचारी और दो-तीन नम्बर के काम करने वाले ही अच्छे दिन ढूंढ ही रहे है। केन्द्र ने यूपी के सभी गांव-मजरों तक बिजली पहुुंचाने के लिए धन दिया। केन्द्र सरकार की दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत हर गांव, मजरे टोले तक मोदी जी ने बिजली पहुंचाने की योजना दी लेकिन सपा सरकार ने सेधमारी की। अब 24 घंटे बिजली देने की बात पर कौन यकीन करेगा?
श्री मौर्य ने कहा कि सपा का घोषणा पत्र कमोवेश पिछले घोषणा पत्र की पुनरावृत्ति है इससे यह बात स्पष्ट है कि जब पिछले घोषणा पर अमल नहीं किया गया तो आगे क्या करेगे? बेरोजगारी भत्ता की बात न करके अखिलेश यादव ने पिछले घोषणा पत्र की बात क्यों नहीं की और यह भी नहीं बताया कि लैपटाप योजना बीच में ही क्यों छोड़ दी गई।

श्री मौर्य ने कहा कि राजनीतिक गंदगी के आदी हो चुके लोग ही स्वच्छ भारत अभियान स्वस्थ श्रेष्ठ भारत और अन्तराष्ट्रीय क्षितिज पर मान्य हुए योग की माखौल उड़ा सकते है। मौर्य ने सवाल सवाल पूछे कि
अखिलेश यादव का बयान‘‘ हमारी बेटी योजना के अन्तर्गत समाजवादी पार्टी सरकार मुसलमान लड़कियों को 30 हजार रूपये ंअनुदान दे रही है। लेकिन इस योजना का लाभ गरीब हिन्दू लड़कियों को क्यो नही मिलेगा‘‘ विगत 5 वर्षो में समाजवादी सरकार को लखनऊ विकास प्रधिकारण के लिए एक भी अधिकारी नहीं मिला। लखनऊ के डीएम को ही एलडीए का प्रभार क्यों? दिया गया। सरकार बनने के पहले वर्ष लैपटाप दिय गए, दूसरे वर्ष प्रथम, दितीय, तृतीय आये कुछ युवाओं को दिया गया उसके बाद योजना बंद क्योें कर दी गई। क्यों?