मुंबई: नोटबंदी की समयसीमा भले ही खत्म हो गई हो, लेकिन इस फैसले को लेकर केन्द्र सरकार पर हो रहा चौतरफा हमला अभी तक थमा नहीं है. केन्द्र सरकार की सहयोगी शिवसेना प्रधानमंत्री पर नोटबंदी को लेकर लगातार मुखर बनी हुई है. शिवसेना ने आज फिर केन्द्र को आड़े हाथों लेते हुए नोटबंदी की तुलना परमाणु बम के हमले के बाद तबाह हुए जापान के हिरोशिमा, नागासाकी शहरों से की है.

शिवसेना ने पार्टी के मुख-पत्र 'दोपहर का सामना' के संपादकीय में लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'नोटबंदी का परमाणु बम' गिराकर भारतीय अर्थव्यवस्था को हिरोशिमा और नागासाकी की तरह तहस-तहस कर दिया है."

मोदी पर किसी की बात नहीं सुनने का आरोप लगाते हुए शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पिछले साल आठ नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के नोटों को बंद करने की घोषणा करने से पहले भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) तक की सलाह नहीं सुनी.

शिवसेना के अनुसार, "जिस तरह उनके मंत्रिमंडल में गूंगे-बहरे तोते बैठे हुए हैं, उसी प्रकार रिजर्व बैंक के गवर्नर की नियुक्ति की गई और देश की अर्थव्यवस्था का दिवाला निकल गया."