नई दिल्ली: माली के अशांत उत्तरी क्षेत्र में पूर्व विद्रोहियों और सरकार समर्थक मिलिशिया के एक शिविर पर आज हुए आत्मघाती हमले में 40 लोग मारे गए। संयुक्त राष्ट्र और स्थानीय सूत्रों ने यह जानकारी दी। हमले के बाद राष्ट्रपति कार्यालय ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की। हाल के वर्षों में देश में हुआ यह सबसे बुरा हमला है। संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक मिशन एमआईएनयूएसएमए के एक सदस्य ने पहचान उजागर ना करने के अनुरोध के साथ पहले मृतकों की संख्या 37 बतायी थी लेकिन बाद में अस्पताल सूत्रों ने बताया कि हमले में 40 लोग मारे गए और 60 घायल हो गए। शिविर गाओ में स्थित है जो माली के विद्रोहियों एवं इस्लामी लड़ाकों का पूर्व गढ़ है जिन्होंने मिलकर 2012 की शुरुआत में देश के उत्तरी सूखे क्षेत्र के अधिकतर हिस्से पर कब्जा कर लिया था।
2015 सरकार और विभिन्न मिलिशिया एवं विद्रोही समूहों के बीच शांति समझौता हुआ था। हमला तुआरेग नेतृत्व वाले सीएमए आंदोलन के पूर्व विद्रोहियों एवं सरकार समर्थक मिलिशिया के पूर्व सदस्यों के संयुक्त गश्ती पर जाने की तैयारी करने के दौरान हुआ। शांति समझौते की शर्तों के तहत गश्ती की तैयारी की जा रही थी। एमआईएनयूएसएमए के सूत्र ने कहा, ‘आत्मघाती हमलावर एक वाहन में आया और खुद को उड़ा लिया।’ हमला सुबह आठ बजकर 40 मिनट पर हुआ। शिविर गाओ हवाईअड्डे के पास है।