नई दिल्‍ली: सेना दिवस के मौके पर आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि हाल ही में हमारे कुछ साथी सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर अपनी शिकायतें ज़ाहिर करते रहे हैं, मीडिया के समक्ष पेश कर रहे हैं. इसका असर सेना के वीर जवानों पर पड़ता है. उनको प्रेरित करके उनकी हौंसला अफ़ज़ाई करने की ज़रुरत है. आपको कोई शिकायत है, आप कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं, तो सीधे मुझसे संपर्क कर सकते हैं. उन्‍होंने सोशल मीडिया के जरिये शिकायत करने वाले जवानों को चेताया कि 'उन्‍होंने जो किया है उसके लिए वे सजा के हक़दार भी हो सकते हैं'.

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि हम लाइन ऑफ़ कंट्रोल पर शांति चाहते हैं, लेकिन हम किसी भी सीज़फायर उल्लंघन या उत्तेजित करने वाली हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने से पीछे नहीं हटेंगे. आने वाली चुनौती से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहना होगा.

आर्मी चीफ ने कहा कि भारत चीन की सीमा पर शांति चाहता है. चीन की सीमा पर हमारी तरफ से कारगर कॉन्फिडेंस बिल्डिंग मेज़र्स अपनाए जा रहे हैं. हम उन कदमों को उठा रहे हैं, जिससे एलएसी पर पैदा होने वाली हर स्थिति का समाधान निकल सके.

उन्‍होंने कहा कि मुझे यकीन है की हमारे प्रतिद्वंदी हमारी ताकत को पहचानते हैं. हमारी क्षमता किसी भी समय किसी भी जगह कार्रवाई करने की है. हम दोस्ती का हाथ बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन शांति भंग करने वालों को चेतावनी भी देना चाहते हैं. कुछ ग्रुप्स हिंसा का सहारा ले रहे हैं. विरोधी ग्रुप्स के खिलाफ ऑपरेशन चलते रहेंगे