नई दिल्ली: चुनाव आयोग से सपा के 'साइकिल' सिंबल पर अपनी दावेदारी पेश करने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा कि एक ही आदमी पार्टी में मतभेद करा रहा है. उन्‍होंने कहा कि पिता-पुत्र (मुलायम-अखिलेश) में ज्‍यादा मतभेद नहीं है. उस आदमी ने हमारे ही लड़के को बहका दिया है. माना जा रहा है कि उनका इशारा रामगोपाल यादव की तरफ था. इससे पहले मुलायम सिंह यादव आज चुनाव आयोग पहुंचे जहां उन्होंने चुनाव चिह्न साइकिल के लिए अपने दावे के दस्तावेज पेश किए.

उधर, अखिलेश यादव भी आज दिल्ली आ रहे हैं. वह दोपहर 2.30 बजे चुनाव आयोग जाएंगे.इसके पहले अखिलेश गुट की ओर से शनिवार को करीब 90 फीसदी विधायकों, सांसदों और प्रतिनिधियों के समर्थन का एफिडेविट 6 बक्सों में चुनाव आयोग को सौंप जा चुका हैं.

आयोग ने दोनों गुटों को अपने दावों के समर्थन में दस्तावेज़ पेश करने के लिए आज तक का समय दिया है. वहीं रविवार को मुलायम सिंह ने बेटे अखिलेश यादव से किसी तरह की समझौते की अटकलों को खारिज करते हुए फिर हुंकार भरी. उन्होंने जोर देकर कहा कि वह अब भी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और अखिलेश यादव सिर्फ यूपी के सीएम हैं. साथ ही शिवपाल यादव को अब भी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बताया.

मुलायम ने अपने चचेरे भाई रामगोपाल यादव द्वारा 1 जनवरी को बुलाए गए पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन को अवैध करार देते हुए कहा कि रामगोपाल तो 30 दिसंबर को ही पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. इसलिए रामगोपाल को पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाने का अधिकार नहीं था.

इस बीच समाजवादी पार्टी की नेता जूही सिंह ने अमर सिंह पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि अमर सिंह ने बिना दस्तावेज़ देखे हलफ़नामे में किए गए दस्तख़तों को ग़लत बताया है, जो ठीक नहीं है. दरअसल, अमर सिंह ने कल अखिलेश गुट की ओर से चुनाव आयोग में जमा किए गए हलफ़नामों में किए गए दस्तख़तों को ग़लत और फ़र्ज़ी बताया था.

इस बीच रामगोपाल यादव ने सपा के दोनों खेमों के बीच किसी सुलह की संभावना से इनकार किया है और कहा कि चार-छह लोगों ने नेताजी को गुमराह किया कि उन्हें 200 विधायकों का समर्थन हासिल है. उनके रुख का अब पर्दाफाश हो गया है.