बड़े गाजे बाजे के साथ यूपी में कांग्रेस के खेवनहार हार बनकर आये प्रशांत किशोर और उनकी टीम आजकल लखनऊ में कांग्रेस मुख्यालय नेहरू भवन से ग़ायब है। अब जबकि यूपी में चुनावी तारीखों का एलान भी हो गया है PK टीम का नज़र आना इस बात की कहानी कह रहा है कि यूपी का चुनाव लड़वाना और यूपी के कांग्रेसियों को झेलना उनके बस की बात नहीं है । खबर है कि उनकी टीम भी अब नहीं दिख रही है और लखनऊ स्थित कांग्रेस मुख्यालय में बना उनका ऑफिस भी खाली हो गया है। हालांकि, पिछले लगभग 9 महीनों में प्रशांत किशोर और उनकी टीम ने न केवल जिला इकाइयों और टिकट चाहने वालों के लिए लक्ष्य निर्धारित किया बल्कि प्रदेश कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ इंटरैक्टिव सेशन में भाग भी लिया। यहां तक कि उन्हें पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ एक निजी बातचीत का वादा भी कराया लेकिन ऐन टिकट बंटवारे से पहले प्रशांत किशोर उत्तर प्रदेश से लापता हो गए हैं।

इसबीच, सूत्रों का कहना है कि प्रशांत किशोर और उनकी टीम अब उत्तराखंड में शिफ्ट हो गई है जहां उन्हें कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति बनाने को कहा गया है। हालांकि, कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि गुरुवार को पार्टी की हुई राज्य चुनाव समिति की बैठक में न तो प्रशांत दिखे और न ही उनकी टीम का कोई सदस्य।
प्रशांत किशोर को पिछले साल लखनऊ में कांग्रेस मुख्यालय में ऑफिस मुहैया कराया गया था जिसे अब उन्होंने खाली कर दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा, “हमलोग पिछले 15 दिनों से उनकी टीम के किसी सदस्य को नहीं देख रहे हैं। लेकिन वे लोग पार्टी हाई कमान की तरफ से आए हैं इसलिए हमें इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।”

इसबीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा है कि अगले 10-12 दिनों में कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी जाएगी।