नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंकों से गरीबों तथा निम्न मध्यम वर्ग को लोन में प्राथमिकता देने को कहा था। इसके बाद देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने रविवार(एक जनवरी) को अपनी विभिन्न परिपक्वता अवधि की बेंचमार्क लोन दरों में 0.9 प्रतिशत कटौती की घोषणा की। नई दरें आज से प्रभावी होंगी। माना जा रहा है कि अन्य बैंक भी ऐसा कदम उठा सकते हैं। एसबीआई ने एक साल की अवधि की कोष की सीमान्त लागत आधारित लोन दर (एमसीएलआर) को 8.90 से घटाकर 8 प्रतिशत कर दिया है।

इसी तरह एक दिन के कर्ज के लिए ब्याज दर को 8.65 से घटाकर 7.75 प्रतिशत किया है। तीन साल की अवधि के लोन के लिए इसे 9.05 प्रतिशत से घटाकर 8.15 प्रतिशत किया गया है। बैंक ने एक महीने, तीन महीने, छह महीने तथा दो साल के कर्ज पर भी ब्याज दर में इसी अनुपात में कटौती की है। इस तरह जनवरी, 2015 से बैंक अपनी बेंचमार्क रिण दर में दो प्रतिशत की कटौती कर चुका है। पिछले सप्ताह एसबीआई के सहायक बैंक स्टेट बैंक आफ त्रावणकोर ने रिण दरों में 0.3 प्रतिशत की कटौती की थी। वहीं आईडीबीआई बैंक ने इसमें 0.6 प्रतिशत की कटौती की थी।

प्रधानमंत्री ने 31 दिसंबर को बैंकों से गरीबों तथा मध्यम वर्ग पर विशेष ध्यान देने को कहा था। उन्होंने कहा था, ‘‘बैंकों की स्वायत्तता का सम्मान करते हुए मैं उनसे कहूंगा कि वे अपनी परंपरागत प्राथमिकताओं से आगे बढ़ते हुए गरीबों, निम्न मध्यम वर्ग तथा मध्यम वर्ग पर ध्यान दें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशती को गरीब कल्याण वर्ष के रूप में मना रहा है। बैंकों को इस अवसर को अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। उन्होंने जनहित में तत्काल उचित फैसले करने चाहिए।’’