नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के बयान को लेकर बीजेपी बैकफुट पर आ गई है, क्योंकि विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर लोकसभा में खूब हंगामा किया और कहा कि प्रधानमंत्री को इसका सच देश के सामने रखना पड़ेगा, हालांकि मुफ्ती अपने बयान पर कायम हैं।

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में विपक्ष को समझाया कि बीजेपी का मुख्यमंत्री के बयान से कोई लेना-देना नहीं है,  लेकिन विपक्ष लोकसभा में हंगामा करता रहा और मांग की कि इस बयान में प्रधानमंत्री का नाम लिया गया है इसीलिए उन्हें ही संसद में स्पष्ट करना होगा।

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस पर कहा कि मैं यह बयान प्रधानमंत्री के साथ चर्चा करके और उनकी सहमति के बाद दे रहा हूं। जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा चुनाव कराने का श्रेय चुनाव आयोग, सेना, अर्धसैनिक बलों और राज्यों के लोगों को जाता है। राजनाथ के बयान के बावजूद संसद में हंगामा होता रहा।