सुलतानपुर। पुलिस ने अपहृत बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। अपहरणकर्ताओ ने बच्चे को टाफी दिलाने के बहाने अपहरण कर लिया था। बनारस के बाद मेघालय ले जाकर परिजनो से पचास हजार की फिरौती मांगी थी। अपने लाल को पाकर माॅ के आंसू बहने लगे।

कोतवाली देहात के गोपालपुर निवासी रूपेश कुमार पुत्र ब्रम्हदेव चतुर्वेदी 07 वर्ष का अपहरण बीते 22 दिसम्बर को घर के सामने से कर लिया गया था। दादा उमाशंकर ने मुकदमा पंजीकृत कराया था। रूपेश की बरामदगी के लिए पुलिस अधीक्षक पवन कुमार ने घटना के जल्द खुलासे के लिए टीम गठित किया था। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए पति-पत्नी समेत तीन लोगो को गिरफतार कर बच्चे को बरामद कर लिया। अपर पुलिस अधीक्षक विनय सिंह ने पत्रकार वार्ता मे बताया कि श्यामसुन्दर शुक्ल पुत्र शीतला प्रसाद निवासी गोपालपुर थाना लम्भुआ द्वारा घर के सामने से दिन में 10 बजे रूपेश का अपहरण कर लिया गया था। उसी दिन अपहृत बच्चे को लेकर श्यामसुंदर बनारस ले गया। जहां पर श्यामसुन्दर शुक्ल की पत्नी शालिनी व उसकी पुत्री कु. सुजाता थापा मिले। इन लोगों द्वारा अपहृत लड़के को लेकर शिलांग मेघालय ले गये। वहां पर गार्डन होटल के कमरा नं. 19 में रखे थे। सर्विलांस के माध्यम से अपहृत रूपेश कुमार का लोकेशन पुलिस टीम व सर्विलांस टीम को लगाने पर 27 दिसम्बर 2016 को उक्त होटल में दबिश देकर अपहृत बच्चे रूपेश को सकुशल बरामद करते हुए अपहरण की घटना में शामिल अभियुक्त श्यामसुन्दर शुक्ला पुत्र शीतला प्रसाद निवासी गोपालपुर थाना लम्भुआ उसकी पत्नी शालिनी व पुत्री कु. सुजाता थाना को गिरफ्तार कर सीजेएम शिलांग के समक्ष पेश कर 04 दिवस का ट्रान्जिट रिमांड पर लेकर जनपद में बच्चे को लेकर आये।