लखनऊ। समाजवादी पार्टी में जारी घमासान के बीच वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने बड़ा बयान दिया है। रामगोपाल यादव ने कहा है कि पार्टी में अब समझौते की संभावना नहीं बची है। रामगोपाल ने राजनीतिक घमासान के बीच मीडिया को खुलकर जवाब दिए। उन्होंने साफ कहा कि नेताजी ने एक जनवरी को बुलाया था लेकिन 29 दिसंबर को ही लिस्ट जारी कर दी।

रामगोपाल यादव फर्रुखाबाद जनपद के सदर विधायक विजय सिंह के पिता के निधन पर शोक प्रकट करने पहुंचे थे। राज्यसभा सांसद प्रो. यादव ने कहा कि अखिलेश की लिस्ट ही हमारी लिस्ट है और अखिलेश के विरोधी हमारे विरोधी। सीएम की सूची के प्रत्याशियों को मेरा समर्थन है।
रामगोपाल ने बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि सिर्फ एक व्यक्ति के कहने पर नेताजी ने अखिलेश को पद से हटाया और यही विवाद की जड़ है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी का ही है जबकि उनकी हैसियत नहीं है कि 10 वोट भी डलवा दे।

सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार शाम रामगोपाल लखनऊ पहुंच सकते हैं। रामगोपाल अखिलेश से मुलाकात कर गठबंधन, पार्टी के ताजा हालात और उम्मीदवारों के लिए चुनाव चिह्न को लेकर चर्चा कर सकते हैं।
शुक्रवार सुबह से ही पार्टी और परिवार में गहमागहमी का माहौल बना हुआ है। अखिलेश यादव 5 केडी, सीएम आवास पहुंचे और अपना कामकाज किया। 11.30 बजे जनता दर्शन को खोलकर डेढ़ घंटे तक आम लोगों से की मुलाकात। वहीं, दूसरी तरफ शिवपाल अपनी लिस्ट लेकर मुलायम के घर पहुंचे। इससे पहले शिवपाल ने दो नए प्रत्याशी और एक नए प्रत्याशी की घोषणा की। बदायूं से शिवपाल ने आबिद रजा को टिकट दिया जो पहले सांसद धर्मेंद्र यादव के खिलाफ बगावत कर चुके हैं। (धर्मेन्द्र यादव अखिलेश के करीबी माने जाते है)। फिलहाल शिवपाल ने 395 उम्मीदवारों की घोषणा की है। अखिलेश ने अब तक 235 उम्मीदवारों की घोषणा की है।