महोबा: बुंदेलखण्ड की दो जनसभाओं में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निशाने पर केवल पीएम मोदी रहे। महोबा और झांसी में उन्होंने कहा कि नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था गड़बड़ा गई है। सबसे ज्यादा नुकसान गरीब और किसान का हुआ है। उन्होंने कहा कि हम कोयले से बिजली बनाते हैं और भाजपा के लोग बातों से बिजली बनाते हैं।

झांसी के मंच से एक स्वर में उनको बाबीना से चुनाव लड़ने का आमंत्रण मिला, हालांकि अखिलेश यादव ने अपने भाषण कहा कि वह एमएलसी हैं। महोबा में मायावती के कटाक्ष के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब वह उन पर कटाक्ष नहीं करेंगी। परिवारवाद और संगठन के सवाल पर वह चुप्पी साध गए। कांग्रेस की चर्चा उन्होंने बिल्कुल भी नहीं की।

महोबा के कनकुआं में मुख्यमंत्री ने यूनीवर्सल सौर ऊर्जा प्लांट का लोकार्पण किया। झांसी में मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा वाले केवल सपने दिखाते हैं जबकि समाजवादी सपनों को पूरा करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, कई देशों ने कोशिश की लेकिन कैशलेश नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि वह सपा की बुराई करते हैं हमने लैपटॉप दिए अब स्मार्ट फोन देने जा रहे हैं इसी से बैंकिंग होगी।

उन्होंने कहा कि कैशलेश, सर्जिकल स्ट्राइक, लव जिहाद कोई नहीं जानता था ये नाम उन्होंने दिए जो काम नहीं करते हैं। उन्होंने बुंदेलखण्ड में फोन लेन सड़कें बनाने का वायदा किया।