मुख्यमंत्री ने फिल्म, टेलीविज़न एवं लिबरल आर्ट्स संस्थान, उ0प्र0 का शिलान्यास किया

लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज यहां फिल्म, टेलीविज़न एवं लिबरल आर्ट्स संस्थान, उत्तर प्रदेश का शिलान्यास करते हुए कहा कि यह संस्थान सुविधाओं, पठन-पाठन तथा प्रशिक्षण की दृष्टि से दुनिया के बेहतरीन संस्थानों में होगा। समाजवादी सरकार प्रदेश की समृद्ध कला एवं संस्कृति की विरासत को फिल्मों के माध्यम से प्रचारित-प्रसारित करने के लिए फिल्म निर्माताओं एवं कलाकारों को हर सम्भव सहयोग प्रदान करेगी। प्रदेश में बनी 21 फिल्मों के प्रतिनिधियों को फिल्म नीति के तहत 09 करोड़ 41 लाख रुपए से अधिक का अनुदान वितरित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार फिल्म निर्माण के लिए जरूरी वातावरण बनाने हेतु लगातार काम कर रही है।

लोक भवन में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सदैव से संस्कृति, साहित्य एवं कला के प्रति लोगों का अनुराग रहा है। यही कारण है कि यहां की तमाम विभूतियों ने देश एवं दुनिया में अपने साथ-साथ प्रदेश का भी नाम रौशन किया है। उन्होंने इस परम्परा को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए संस्थागत प्रशिक्षण पर बल देते हुए कहा कि इसीलिए समाजवादी सरकार फिल्म, टेलीविज़न एवं लिबरल आर्ट्स जैसे संस्थान की स्थापना का काम कर रही है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अलिफ फिल्म का ट्रेलर भी जारी किया।

राज्य सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों की चर्चा करते हुए श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने जहां देश के सबसे लम्बे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का निर्माण रिकाॅर्ड समय में कराया, वहीं मेट्रो रेल परियोजनाओं को जमीन पर उतारने का काम भी किया। दुनिया में सर्वाधिक निःशुल्क लैपटाॅप वितरित करके प्रदेश के छात्र-छात्राओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने का काम किया गया। प्रदेश के 55 लाख गरीब परिवारों को समाजवादी पेंशन योजना का लाभ दिलाया जा रहा है। गोमती नदी के किनारे आबादी के बीच जनेश्वर मिश्र जैसा हरा-भरा पार्क बनवाया गया। आगे प्रदेश के लोगों को समाजवादी स्मार्ट फोन योजना के तहत निःशुल्क मोबाइल सेट वितरित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने समाजवादी सरकार द्वारा बनवाए गए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर जब लोग यात्रा करेंगे, तो निश्चित रूप से इसी सरकार को दोबारा सत्ता में लाने का काम करेंगे। राज्य सरकार ने प्रदेश के विकास के लिए जिस प्रकार की कल्पना की थी, उसी के अनुरूप विश्वस्तरीय परियोजनाओं के निर्माण के साथ-साथ नौजवानों को रोजगार दिलाने के लिए काम किया जा रहा है।

इससे पूर्व, सांसद जया बच्चन ने मुख्यमंत्री को स्वप्न दृष्टा युवा नेता बताते हुए कहा कि सपना देखने वाला व्यक्ति ही विकास को जमीन पर उतार सकता है।
मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार श्री आलोक रंजन ने प्रदेश की फिल्म नीति को देश की सबसे अच्छी फिल्म नीति बताते हुए कहा कि इसमें क्षेत्रीय भाषाओं के साथ-साथ हिन्दी में फिल्म बनाने वालों को प्रोत्साहन की व्यवस्था की गई है। फिल्म नीति का ही परिणाम है कि इस समय प्रदेश में करीब 250 फिल्मों की शूटिंग के लिए आवेदन आ चुके हैं, जिनमें 70 फिल्मों की शूटिंग का काम भी चल रहा है। इसी कड़ी में प्रदेश में शूट की गई फिल्मों को आज अनुदान वितरित किया गया है।

एफ0टी0आई0आई0, पुणे के पूर्व डीन वीरेन्द्र सैनी ने प्रस्तावित संस्थान की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 14 एकड़ में बनने वाले इस संस्थान में आधुनिक उपकरण मौजूद होंगे।

भोजपुरी सिनेमा से जुड़े रवि किशन ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लागू की गई नई फिल्म नीति से प्रोड्यूसर्स को राहत मिल रही है।

फिल्म निर्माता एवं निर्देशक अनुराग कश्यप ने कहा कि इस संस्थान के बन जाने से प्रदेश के कलाकारों को अपनी प्रतिभा को तराशने का मौका मिलेगा।
धन्यवाद ज्ञापन सूचना एवं जनसम्पर्क निदेशक श्री सुधेश कुमार ओझा ने किया।

इस अवसर पर जिन फिल्मों को अनुदान दिया गया, उनमें मसान (02 करोड़ रु0), वाह ताज लगभग (65.69 लाख रु0), पण्डित जी बताई न ब्याह कब होई-2 (82.51 लाख रु0), थोड़ा लुत्फ थोड़ा इश्क (42.33 लाख रु0), जय जवान जय किसान (24.07 लाख रु0), मजाज़-ए-गम-ए-दिल क्या करूं (22.55 लाख रु0), इश्केरिया (11.14 लाख रु0), बंधन (15.68 लाख रु0), जिगरिया (54.04 लाख रु0), डायरेक्ट इश्क (46.44 लाख रु0), मेरठिया गैंगस्टर्स (36.23 लाख रु0), बागी भईले सजना हमार (17.03 लाख रु0), तलब (21.52 लाख रु0), नहले पर देहला (44.01 लाख रु0), राजा बाबू (72.52 लाख रु0), हम हईं जोड़ी नम्बर-1 (04.34 लाख रु0), अलिफ (43.48 लाख रु0), भूरी (63.90 लाख रु0), आई एम नाॅट देवदास (29.80 लाख रु0), मिस टनकपुर हाजिर हों (37.22 लाख रु0) तथा स्वदेश की खातिर (07.20 लाख रु0) शामिल हैं।