नोटबंदी के बाद बैंक खाते में भारी रक़म जमा की गयी

नई दिल्ली। दिल्ली के करोलबाग में यूनियन बैंक की शाखा पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा है। इस शाखा में बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती के भाई आनंद कुमार का खाता मिला, जिसके बाद ये छापेमारी हुई। इस खाते में नोटबंदी के बाद 1 करोड़ 43 लाख रुपये जमा कराए गए। इसी शाखा में मायावती की पार्टी बीएसपी का भी खाता मिला है। जिसमें नोटबंदी के बाद 104 करोड़ रुपये जमा कराए गए।

अधिकारियों ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने बैंकों में संदिग्ध और भारी रकम राशि जमाए जाने की जांच और सर्वेक्षण अभियान के तहत आज यूनियन बैंक की करोल बाग शाखा का दौरा किया। जांच में पाया कि नोटबंदी के बाद इन दो खातों में बड़े पैमाने पर रकम जमा कराई गई। इस पर बीएसपी का जवाब हासिल करने का प्रयास किया गया लेकिन सफल नहीं हो पाया।

उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने बीएसपी के खाते में पैसे जमा कराए जाने की जानकारी मांगी और पाया कि 104 करोड़ रुपये की राशि एक हजार के पुराने नोटों में जमा कराई गई है। जबकि तीन करोड़ रुपये की राशि 500 रुपये के पुराने नोटों में जमा कराई गई। अधिकारियों ने कहा कि वे यह जानकारी पाकर हैरान रह गए कि हर दूसरे दिन 15-17 करोड़ रुपये की राशि जमा कराई गई।
एजेंसी ने बैंक से इन दोनों खातों के बारे में पूरा ब्यौरा मांगा है। समझा जा रहा है कि एजेंसी आयकर विभाग को इस बारे में लिखेगी जिसे राजनीतिक दलों को मिले चंदे और अनुदान की वैधानिकता की जांच का अधिकार हासिल है।

ईडी ने बैंक से सीसीटीवी फुटेज और खाते खोलने के लिए दस्तेमाल किए गए केवाईसी दस्तावेज भी मांगे हैं। माना जा रहा है कि आनंद के खातों के संदर्भ में एजेंसी जल्द ही आनंद को नोटिस जारी करेगी और टैक्स चोरी विरोधी कानून के तहत जांच के लिए आयकर अधिकारियों से भी कहेगी। ईडी नोटबंदी के बाद हुए हवाला और धनशोधन के मामलों की जांच के लिए 50 से अधिक शाखाओं में पड़ताल कर रही है।