अल्मोड़ा: कल उत्तर प्रदेश के बहराइच और आज उत्तराखंड के अल्मोड़ा में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का शायराना अंदाज़ नज़र आया। राहुल ने कल ग़ालिब के शेर का सहारा लिया तो आज बशीर बाद के शेर के माध्यम से उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोला। राहुल ने नोटबंदी को आर्थिक डकैती बताते हुए कहा कहा कि इस तुगलकी फैसले से गरीब लोगों पर जबरदस्त चोट पड़ी है. इस नोटबंदी की वजह से 100 से ज्यादा लोग मर चुके हैं, उन्हें लोकसभा में याद करना चाहिए था मगर इस तानाशाही सरकार ने ऐसा करना ज़रूरी नहीं समझ. राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने जो सवाल पीएम से पूछे उसका उन्हें कोई जवाब नहीं मिला. राहुल गांधी ने बशीर बद्र को याद करते हुए भाजपा पर हमला किया और बोले-

'लोग टूट जाते हैं एक घर बनाने में,

तुम तरस नहीं ख़ाते बस्तियां जलाने में'

इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने यूपी के बहराइच में चुनावी रैली को संबोधित किया था. वहां राहुल ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री उनके सवालों के जवाब देने से बच रहे हैं. उन्होंने कहा था कि ' मैंने उनसे दो तीन सवाल पूछे जिसके जवाब नहीं दिए गए लेकिन जो सवाल पूछ रहे थे उसका मज़ाक उड़ाया गया.' गांधी ने यह बात करते हुए मिर्ज़ा ग़ालिब का शेर पढ़ा और कहा 'हर एक बात पे कहते हो कि तू क्या है…तुम्हीं कहो कि यह अंदाज़-ए-गुफ्तगू क्या है.'

वहीं वाराणसी दौरे पर गए पीएम मोदी ने गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के 'भूकंप' वाले बयान का जवाब दिया. राहुल गांधी का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा 'जबसे युवा नेता ने बोलना सीखा और बोलना शुरू किया है मेरी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है. 2009 में पता ही नहीं चलता था कि इस पैकेट में क्या है. अब पता चला है. अगर वह न बोलते तो भूकंप आ जाता. देश को इतना बड़ा भूकंप झेलना पड़ता कि 10 साल तक भी देश नहीं उभर पाता. अच्छा है उन्होंने बोलना शुरू किया है. अब 'भूकंप' का कोई चांस नहीं है.