लखनऊ: पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रदेश की सपा सरकार पर यादव समाज को छोड़कर सभी पिछड़ी जातियों की घोर उपेक्षा व अनदेखी करते रहने का आरोप लगाया है।
मायावती ने आज यहाँ जारी एक बयान में कहा कि सपा मंत्रिमण्डल की चुनाव से पहले सम्भवतः आखिरी बैठक में अन्य पिछड़ा वर्ग की 17 जातियों को ओ.बी.सी. वर्ग से निकालकर अनुसूचित जाति (एस.सी.) वर्ग की सूची में शामिल करने का निर्णय लिया गया है वह केवल और केवल इन वर्गों के लोगों की आँखों में धूल झोंकने का प्रयास है। साथ ही यह केवल इनका खोखला व हवाई चुनावी हथकण्डा है और इसके सिवाय कुछ भी नहीं है। इनके इस प्रकार के छलावे से ओ.बी.सी. लोग वैसे ही गुमराह होने वाले नहीं हैं जैसाकि वे सन 2007 में विधानसभा के आमचुनाव में नहीं होकर बी.एस.पी. के साथ ही रहे थे।

मायावती ने कहा कि सपा सरकार के इस फैसले से इन वर्गों का फायदा नहीं बल्कि नुकसान ही होने वाला है क्योंकि तब वे अपने ओ.बी.सी. वर्ग के तहत् मिलने वाली आरक्षण की सुविधा से भी वांचित हो जायेंगे, जैसा कि सन् 2005 के अन्त में तब श्री मुलायम सिंह यादव की सरकार के फलस्वरूप हुआ था।