नई दिल्ली। नोटबंदी के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज छोटे कारोबारियों को टैक्स में राहत देने का ऐलान किया। उन्होंने नोटबंदी पर सरकार के नए-नए नियमों पर भी सफाई दी। साथ ही कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए कुछ राहत देने का भी ऐलान किया।

जेटली ने कहा कि जितने छोटे व्यवसायी हैं, जिनका टर्नओवर 2 करोड़ से कम है और खाते नहीं रखते हैं, उनकी इनकम 8% मानी जाएगी। अगर दो करोड़ तक बिजनेस वाला शख्स डिजिटल ट्रांजेक्शन करता है तो उसे टैक्स का फायदा मिलेगा। प्रिजेम्पटिव इनकम 8 फीसदी की बजाय केवल 6 फीसदी ही मानी जाएगी। इससे डिजिटल ट्रांजेक्शन करनेवाले शख्स को फायदा मिलेगा।

अरुण जेटली ने कहा कि आज भी आरबीआई के पास पर्याप्त मात्रा में पैसा है। बैंककर्मियों ने बेहतरीन काम किया है, देर रात तक पैसे दिए हैं। कुछ बैंक कर्मी हैं जिन्होंने अपने पद का गलत प्रयोग किया है। एक्सिस बैंक ने अपने उन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है जिन्हें जांच एजेंसियां नहीं पकड़ पाई थी। दूसरे बैंक भी आगे इस तरह की कार्रवाई करते रहेंगे।

वित्त मंत्री ने कहा कि पुराने नोटों पर सभी तरह की छूट खत्म हो गई है। अब लोगों के पास पुराने नोट जमा कराने का आखिरी मौका है। अब अगर कोई आदमी रोजाना ही पुराने नोट जमा कराता है तो उस पर सवाल उठना लाजिमी है। जेटली ने कहा कि सरकार इस योजना को लेकर पूरी तरह तैयार थी। ऐसा कोई दिन नहीं था जब आरबीआई ने बैंकों को पैसा ना भेजा हो। आरबीआई के पास नोट का पर्याप्त स्टाक है जो 31 दिसंबर से आगे चल सकता है, आरबीआई ने एडवांस स्टाक भी रखा है।

जेटली ने कहा कि नोटबंदी के दौरान कैशलेस लेनदेन को भारी बढ़ावा मिला है। ई ट्रांजेक्शन बढ़ा है, डेबिट और क्रेडिट कार्ड के यूजर्स और ई-वॉलेट का प्रयोग भी बढ़ा है। इस दौरान आधार आधारित लेनदेन 300 फीसदी बढ़ा है।