लखनउ: उद्यमिता विकास के सभी पहलुओं को सुविधाजनक बनाने के लिए राष्ट्रीय संसाधन केंद्र के रूप में प्रसिद्ध एंटरप्रिन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (ईडीआईआई) ने उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में कारोबार करने के लिए 325 लोगों को उद्यमी बनने की राह दिखाई है। केंद्र सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के राष्ट्रीय मिशन के तहत ईडीआईआई वर्ष 2003-04 से देश के विभिन्न भागों में सक्रिय रूप से उद्यमिता विकास कार्यक्रम संचालित कर रहा है।

वर्ष 2003-04 से ईडीआईआई ने उत्तर प्रदेश में 700 से अधिक लोगों को उद्यमिता विकास कार्यक्रम की ट्रेनिंग दी है। प्रशिक्षित लोगों में से 325 ने उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण के विशाल क्षेत्र में सूक्ष्म और छोटे पैमाने पर अपनी कारोबारी इकाइयां शुरू की हैं। इन इकाइयों के जरिए प्रदेश में 1200 लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर सुलभ कराए गए हैं। एंटरप्रिन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (ईडीआईआई) ने खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में देश के 23 राज्यों में 5500 उद्यमी तैयार किए हैं और इनके माध्यम से 19,000 से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया कराया है।

ईडीआईआई के निदेशक डॉ. सुनील शुक्ला कहते हैं- ‘खाद्य के लिहाज से भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है और अपनी निरंतर कोशिशों के सहारे हम दुनिया में अव्वल नंबर पर पहुंचने में सक्षम हैं। इस उद्योग के विकास से देश की अर्थव्यवस्था को बहुत लाभ होगा और खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि पैदावार बढ़ाने तथा रोजगार के अवसर उत्पन्न करने के साथ इससे देशभर के लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में भी सहायता मिलेगी। केंद्र सरकार भी खाद्य प्रसंस्करण उद्योग पर विशेष जोर दे रही है और इसलिए यह जरूरी है कि नए उद्यमियों को इस दिशा में प्रेरित किया जाए और उन्हें इस क्षेत्र में सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जाए।’