लखनऊ । विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अमरीश जी ने रविवार को यहां कहा कि इस देश में रहकर देश के संविधान, विधान और प्रधान को मानना ही पड़ेगा। श्री अमरीश गोमतीनगर स्थित राष्ट्रीय संस्कृत संस्थानम् में विहिप के हित चिंतक अभियान में संबोधित कर रहे थे।

हितचिंतक अभियान समारोह में श्री अमरीश जी ने कहा कि सन् 47 में जब देश का बंटवारा हुआ तो सिर्फ 14 प्रतिशत लोगों को देश का 29 प्रतिशत भू भाग दे दिया गया। उस समय जिनको जाना था, वे क्यों नहीं चले गये। हम तो चीटियों और चिड़ियों को भी पालने वाले हैं, दो-चार उड़ गयीं तो क्या फर्क पड़ता है। श्री अमरीश ने कहा कि हिन्दू मुस्लिम भाई-भाई का नारा लगाने से कोई भाई नहीं हो जाता। भाई होने के लिए एक माई की जरूरत होती है। जो मातृभूमि की जय नहीं कह सकता, वह भाई कैसे हो सकता है। उन्होंने कहा गाय काटने वाले को हम भाई नहीं मानते।

इस अवसर पर विहिप अवध प्रांत के संगठन मंत्री भोलेन्द्र जी समाज सेवी बाबा हरदेव सिंह, संस्कृत संस्थान के प्रधान आचार्य श्री सुरेन्द्र पाठक, चिन्मय मिशन के संत ब्रह्मचारी, विहिप के विशेष सम्पर्क प्रमुख की धनन्जय सिंह और कोषाध्यक्ष आलोपी शंकर मौर्य समेत विहिप के कार्यकर्ता व प्रतिष्ठित जन मौजूद थे।