रियो में हार का बदला लिया, विश्व सुपरसीरीज फाइनल्स के सेमीफाइनल में दाखिल

दुबई। पीवी सिंधु ने आखिरकार बदला ले ही लिया। भारतीय बैडमिंटन स्टार ने आज यहां कारोलिना मारिन को एक रोमांचक मैच में सीधे गेम में हराकर दुबई विश्व सुपरसीरीज फाइनल्स के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। सिंधु रियो में ओलंपिक फाइनल में मारिन से हार गयी थीं। उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा था। लेकिन आज वह अपनी इस कड़ी प्रतिद्वंद्वी के सामने खेल के हर विभाग में अव्वल साबित हुईं।

सिंधु ने 46 मिनट तक चला यह मैच 21-17, 21-13 से जीता। यह सिंधु की ग्रुप बी में दूसरी जीत थी, जिससे उन्होंने अंतिम चार में भी अपनी जगह पक्की की। चीन की सुन यू अपने तीनों मैच जीतकर ग्रुप बी में शीर्ष पर रहीं, जबकि मारिन को अपने तीनों मैच में हार का सामना करना पड़ा। विश्व की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी मारिन ने आक्रामक खेल दिखाने की कोशिश की, लेकिन सिंधु ने इस बार उनका न सिर्फ डटकर सामना किया बल्कि महत्वपूर्ण मौकों पर अंक बटोरकर स्पेनिश खिलाड़ी को बैकफुट पर भी रखा।

मारिन के खिलाफ सिंधु शुरू से ही रियो की हार का बदला चुकता करने के लिये प्रतिबद्ध दिखीं। दोनों खिलाड़ियों ने आक्रामक शुरुआत की। सिंधु ने पहले गेम में 2-0 की बढ़त से शुरुआत की। हालांकि स्पेनिश खिलाड़ी ने जल्द ही स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया। इसके बाद सिंधु ने तीन गलतियां कीं, जिसका फायदा उठाकर मारिन 6-3 से आगे हो गयी। सिंधु ने वापसी करने में देर नहीं लगायी और स्कोर 7-7 से बराबर कर दिया। इसके बाद दोनों खिलाड़ी लगभग बराबरी पर चलती रही और इंटरवल तक भारतीय स्टार ने 11-10 की मामूली बढ़त हासिल कर रखी थी।

इसके बाद भी दोनों के बीच एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ लगी रही। सिंधु ने बीच में लगातार चार अंक बनाये और वह 16-12 से आगे हो गयी। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। मारिन ने वापसी के लिये अपनी तरफ से प्रयास किये और छह में से तीन गेम प्वाइंट बचाये लेकिन सिंधु ने जोरदार स्मैश से पहला गेम अपने नाम कर दिया।

मारिन को दूसरा गेम शुरू होने से पहले चिकित्सक की मदद लेनी पड़ी। लग रहा था कि उनके पांव में कुछ खरोंच आयी हैं। स्पेनिश खिलाड़ी ने अपने शानदार रिटर्न से सिंधु को शुरू में परेशान किया और 3-1 से बढ़त बनायी। भारतीय खिलाड़ी ने जल्द ही अपनी प्रतिद्वंद्वी को लंबी रैलियों में उलझाया और 5-3 से बढ़त हासिल कर ली। सिंधु ने मारिन को नेट से दूर रखने की रणनीति अपनायी और लगातार शटल को कोर्ट के पिछले हिस्से में फेंका।

उनकी यह रणनीति कारगर साबित हुई और मारिन ने सिंधु की लय बिगाड़ने के लिये गलतियां की। सिंधु कोर्ट को कवर करने में भी अव्वल रही और मारिन के शटल बाहर मारने के कारण इंटरवल तक इस भारतीय ने 11-6 से बढ़त बना दी। जब सिंधु 13-7 पर थी तब वह साइडलाइन में चूक गईं और कोच पुलेला गोपीचंद ने उन्हें शांतचित होकर खेलने की सलाह दी। मारिन को लगातार अपने शाट्स से जूझना पड़ रहा था और सिंधु ने जल्द ही 17-10 से बढ़त हासिल कर ली। और फिर जब मारिन ने एक लंबा शाट मारा तो उन्होंने मैच प्वाइंट हासिल किया। स्पेनिश खिलाड़ी ने इसके बाद फिर से शाट नेट पर मारा जिससे सिंधु गेम और मैच जीतने में सफल रही।