वाशिंगटन : व्हाइट हाउस की ओर से रूस के वरिष्ठतम अधिकारियों पर हैकिंग में सीधे तौर पर संलिप्त होने का आरोप लगाए जाने के बाद राष्ट्रपति बराक ओबामा ने चेतावनी दी है कि अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव के दौरान साइबर हमले शुरू करने वाले रूस के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेगा।

अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने रूसी हैकिंग हमलों की जांच के आदेश दिए हैं और अंतिम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा संभवत: इन हैकिंग हमलों ने पिछले माह संपन्न हुए चुनाव के कड़े मुकाबले को प्रभावित किया हो। इस मुकाबले में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेट हिलेरी क्लिंटन को हरा दिया था।

ओबामा ने नेशनल पब्लिक रेडियो पर एक साक्षात्कार में कहा कि मुझे लगता है कि इस बात में कोई संदेह नहीं है कि जब कोई विदेशी सरकार हमारे चुनावों की निष्पक्षता प्रभावित करने की कोशिश करती है तो हमें कार्रवाई करने की जरूरत होती है और हम ऐसा करेंगे। एनपीआर की ओर से जारी साक्षात्कार के कुछ अंशों में ओबामा ने कहा कि समय और स्थान हम चुनेंगे। इनमें से कुछ तो पूरी तरह स्पष्ट और प्रचारित हो सकते हैं और कुछ के बारे में पता नहीं हो सकता। पूरा साक्षात्कार शुक्रवार को प्रसारित किया जाएगा। इस प्रसारण के बाद ओबामा अपने परिवार के साथ वार्षिक छुट्टियों के लिए हवाई रवाना हो जाएंगे।

ओबामा ने कहा कि लेकिन पुतिन को इसके संदर्भ में मेरी भावनाओं की जानकारी है क्योंकि मैं उनसे इसपर सीधे बात करता हूं। ओबामा ने अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को हैकिंग की पूर्ण समीक्षा करने और 20 जनवरी को उनके दफ्तर छोड़ने से पहले उन्हें रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कल व्हाइट हाउस की दैनिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान संवाददाताओं को बताया कि ‘श्रीमान ट्रंप निश्चित तौर पर जानते थे कि रूस ऐसी गलत साइबर गतिविधि में लिप्त था, जिससे उन्हें मदद मिल रही थी और डेमोक्रेट हिलेरी क्लिंटन को नुकसान हो रहा था। ये सभी निर्विवादित तथ्य हैं।’ अर्नेस्ट ने कहा कि ट्रंप ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान मॉस्को को प्रोत्साहित किया था कि वह हिलेरी के निजी सर्वर से लापता ईमेलों का पता लगाए। ट्रंप ने कहा है कि वह मजाक कर रहे थे।

अर्नेस्ट ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि व्हाइट हाउस का कोई भी व्यक्ति सोचता है कि अमेरिका के किसी शत्रु का हमारे लोकतंत्र को अस्थिर करने की गलत साइबर गतिविधि में संलिप्त होना मजाकिया है। यह कोई मजाक की बात नहीं है। अर्नेस्ट ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का नाम लिए बिना यह भी कहा कि ‘रूस के वरिष्ठतम अधिकारी ही इन गतिविधियों को अधिकृत कर सकते थे।’ यहां अर्नेस्ट अक्तूबर में किए गए अमेरिकी खुफिया आकलन के शब्दों को दोहरा रहे थे।