अरबों खर्च के बाद भी गोमती नदी में बह रहा है प्रदूषित जल

सुलतानपुर। आदि गंगा गोमती नदी में शहर का प्रदूषित जल रोकने के लिए अरबो रूपया खर्च कर सीवेज प्लान्ट लगाया गया है। बावजूद इसके शहर के गंदे नालों का पानी बे रोकटोक नदी में प्रवाहित हो रहा है। प्रदूषित जल नदी में न जाने पाये इसके लिए गोमती मित्र मंडल ने विरोध जताया है। हालाकि कागज में सीवेज प्लान्ट धडल्ले से चल रहा है। बकायदे धन भी सीवेज प्लान्ट चलाने के लिए खारिज किया जा रहा है।

पिछले चार-पांच सालो से कई बार प्रशासन को अवगत कराया गया कि हजारों श्रद्धालुओं को माॅ गोमती का जल आचमन करने में कठिनाई होती है। जिससे प्रशासन को बार-बार अवगत कराये जाने के बावजूद भी गोलाघाट वेदान्ती आश्रम पर लाखों का खर्च होकर बनाया गया पर सीवेज प्लान्ट कभी चलता नहीं है। शासन को दिखाने के नाम पर अथवा उच्चाधिकारियों को दर्शाने हेतु कभी कभार चला दिया जाता है। गोतमी मित्र मंडल समिति 11 व 12 दिसम्बर को दो दिन की कड़ी मेहनत करके उस नाले के पानी को सीधे नदी मे जाने से रोकने का पूरा प्रयास किया। समिति कि दो दर्जन से भी अधिक लोगों ने मिलकर पानी को रोका। यदि इसके बाद भी प्रशासन ने सीवेज प्लान्ट को निरंतर नही चलाया गया तो जेसीबी मशीन लगाकर पूरा नाला बंद करने पर बाध्य होगा। हजारों श्रद्धालुओं की भावनाओं को देखते हुए प्रशासन को कठोर कदम उठाना चाहिए। यही पर प्रत्येक रविवार की शाम को भव्य माॅ गोमती की आरती भी होनी चाहिए। इस श्रमदान मे मुख्य रूप से समिति के अध्यक्ष रूद्र प्रताप ंिसह, राजेन्द्र शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, राजेश पाठक, राजाभैया, प्रभात शर्मा, महेश आदि लोग मौजूद रहे।