कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के मामले में बंगाल में बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष के खिलाफ झाड़ग्राम पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई गई है. तृणमूल कांग्रेस ने टिप्पणी को अभद्र और गुंडागर्दी भरा बताया जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नोटबंदी के खिलाफ प्रदर्शन को गलत बताते हुए उन पर कई आरोप लगाए थे. तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा है कि 'दिलीप घोष ने हमारी पार्टी सुप्रीमो के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है. हम इसे अनदेखा नहीं करने वाले हैं. उन्होंने जो भाषा का इस्तेमाल किया है उसकी हम निंदा करते हैं.'

शनिवार को बंगाल के झरग्राम जिले के पश्चिमी मिदनापुर में बीजेपी के युवा मोर्चे को संबोधित करते हुए दिलीप घोष ने ममता पर आरोप लगाते हुए कहा था कि नोटबंदी के बाद उनका दिमाग खराब हो चुका है और इसलिए वह हाल ही में दिल्ली और पटना भी गई थीं. घोष ने कहा था कि 'वह इसलिए दिल्ली और पटना गई थी. और जब कुछ हासिल नहीं हुआ तो अब वापस राज्य सचिवालय में आकर बैठ गई हैं. हमें तो लगा था कि वह गंगा में कूद जाएंगी. यह इंसान अपना आपा खो चुकी है. लोगों को बंगाल में बदलाव के नाम पर की गई इस गलती का अब एहसास हो रहा है.'

ग़ौरतलब है कि 2 दिसंबर को हावड़ा के उलुबेरिया में हुई एक रैली में घोष ने बनर्जी के दिल्ली जाकर जंतर मंतर पर नोटबंदी के खिलाफ धरना देने की आलोचना करते हुए कहा था कि 'हमारी सीएम दिल्ली गई हैं. वह वहां काफी नाच गाना कर रही हैं. हमें बताइए हमारी तो सरकार वहां पर है. अगर हम चाहते तो उनके बाल पकड़कर उन्हें बाहर निकाल देते.'

इस पर तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी के पास बनर्जी के विरोध का जवाब नहीं है इसलिए बंगाल सीएम को अब 'खतरनाक और निजी धमकियां' दी जा रही हैं. चटर्जी ने कहा कि नोटबंदी पर उनकी मुख्यमंत्री लगातार विरोध प्रदर्शन करती रहेंगी और 'जब तक केंद्र अपना फैसला वापस नहीं ले लेती ममता बनर्जी को देश भर में इस मुद्दे पर विरोध करने से कोई नहीं रोक सकता.'

दिलीप घोष पर आरोप लगाते हुए पार्थ ने कहा 'दिलीप ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है उससे पता चलता है कि वह मानसिक रूप से स्थिर नहीं हैं. उन्होंने हमारी पार्टी के लोगों को मार डालने की धमकी भी दी है.' बंगाल में चटर्जी, संसदीय मामले और शिक्षा मंत्रालय देखते हैं और उन्होंने 14 से 16 दिसंबर तक नोटबंदी के खिलाफ राज्य भर में विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है. चटर्जी ने कहा है कि 'टीएमसी कार्यकर्ता, समर्थक और जनता, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को राज्य भर में होने वाले इस प्रदर्शन और बैठकों में हिस्सा लेगी.'