कठुआ: गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को पाकिस्तान पर भारत को धार्मिक आधार पर बांटने के लिए 'षड्यंत्र' रचने का आरोप लगाया, लेकिन साथ ही कहा कि वह सफल नहीं होगा.

सिंह ने कठुआ जिले में शहीद दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'पाकिस्तान भारत को धार्मिक आधार पर बांटने का षड्यंत्र रच रहा है, लेकिन वह सफल नहीं होगा. हमें 1947 में धार्मिक आधार पर बांटा गया था. हम उसे भूल नहीं पाए हैं.. सभी भारतीय भाई हैं, चाहे वे हिंदू मां की कोख से पैदा हुए हों या मुस्लिम मां की कोख से'. उन्होंने कहा कि भारत के अलावा विश्व में कहीं भी इस्लाम के 72 फिरके शांतिपूर्ण तरीके से साथ नहीं रहते.

उन्होंने कहा कि देश के गृहमंत्री के तौर पर वह यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि भारत सभी को साथ लेकर और विकास के मार्ग पर आगे बढ़ने को लेकर प्रतिबद्ध है. उन्होंने पाकिस्तान को उसकी धरती से आतंकवाद की बुराई के खात्मे के लिए भारत के सहयोग की पेशकश की.

मंत्री ने कहा, 'पाकिस्तान यदि आतंकवाद के खात्मे को लेकर गंभीर है, लेकिन वह यह करने में असमर्थ है तो हम वहां से आतंकवाद का खात्मा के वास्ते मदद को तैयार हैं'. उन्होंने कहा, 'हम पाकिस्तान के साथ शांति के साथ रहना चाहते हैं, लेकिन वह भारत के खिलाफ एक छद्म युद्ध को प्रायोजित करने में लिप्त हुआ'. सिंह ने कहा, 'भारत के प्रत्येक प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के साथ संबंध सुधारना चाहा, लेकिन उसने शांति की भाषा नहीं समझी और भारत पर चार बार हमला किया. यद्यपि हमारे बहादुर सैनिकों ने उन्हें करारा जवाब दिया'.

सिंह ने कहा कि बार बार की पराजय के बाद पाकिस्तान यह समझ गया है कि वह युद्ध में भारत को पराजित नहीं कर सकता इसलिए वह छद्म युद्ध को प्रायोजित करने पर उतर आया. उन्होंने कहा कि आतंकवाद बहादुर नहीं बल्कि कमजोरों का हथियार है. उन्होंने कहा कि पूरा विश्व आईएसआईएस के प्रसार को लेकर चिंतित है. आतंकवादी संगठन भारत में अपनी जड़े फैलाने में असफल रहा है.