लखनऊ: एस0टी0एफ0, उ0प्र0 को अन्र्तराज्यीय स्तर पर असलहों की तस्करी करने वाले गिरोह के सरगना सहित 02 सदस्यों को जनपद-फैजाबाद से गिरफ्तार करने व भारी संख्या में असलहे(पिस्टल/रिवाॅल्वर) बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।

विगत काफी दिनो से एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में अवैध असलहों की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में अमित पाठक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश की विभिन्न इकाईयों/टीमों को अभियान चलाकर अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया, जिसके अनुपालन में श्री एस0आनन्द, अपर पुलिस अधीक्षक के द्वारा अपनी मुख्यालय स्थित टीम के माध्यम से अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी।

इस सम्बन्ध में अभिसूचना संकलन का कार्य उप निरीक्षक विजेन्द्र शर्मा द्वारा किया जा रहा था। एस0टी0एफ0 की विभिन्न विशेषताओं का इस्तेमाल करने पर अभिसूचना संकलन के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि उक्त गिरोह का सरगना मनोज तिवारी है, जो जनपद-गोंडा में रहता है। वह बिहार, झारखण्ड के मुुूंगेर, देवघर तथा मध्य प्रदेश के खरगोन क्षेत्र से अवैध असलहों की तस्करी करके उत्तर प्रदेश में लाता है और जनपद-फैजाबाद व उसके आसपास के जनपदो में अपने साथियो के माध्यम से अपराधिक तत्वो को बेचता है। प्राप्त सूचनाओं का जमीनी स्तर पर सत्यापन हेतु अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय करते हुए उ0नि0 श्री संदीप मिश्रा के नेतृत्व में एस0टी0एफ0 की एक टीम जनपद-फैजाबाद रवाना की गयी। कल मुखविर के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि मनोज तिवारी उपरोक्त भारी संख्या में अवैध असलहे लाकर अपने एक साथी को फैजाबाद स्थित एस0 पैट्रोल पम्प, देवकली रोड के समीप देगा। इस सूचना को विकसित एवं सत्यापित करते हुए एस0टी0एफ0 टीम द्वारा उक्त स्थान पर पहुॅचकर घेराबन्दी की गयी। इसी दौरान एक व्यक्ति सवारी गाड़ी से उतरकर पैट्रोल पम्प के सामने आकर सड़क पर खडा हो गया तथा अपने साथी की प्रतीक्षा करने लगा। तभी एक सफेद रंग की हुण्डई इयोन कार इस व्यक्ति के समीप आकर रूकी और ये लोग असलहों की खेप का आदान-प्रदान करने लगे। इस पर टीम द्वारा आवश्यक बल प्रयोग कर उपरेाक्त दोनो अभियुक्तों को कल शाम गिरफ्तार कर लिया गया, जिनसे उपरेाक्त बरामदगी हुई।

गिरफ्तार अभियुक्त मनोज तिवारी ने पूछताछ पर बताया कि वह अवैध असलहों की खरीद- फरोख्त का कार्य पिछले 05 वर्षाे से कर रहा है। वह बिहार के मुंगेर निवासी इश्तियाक व झारखण्ड के देवघर निवासी शाहनवाज से तथा खरगोन, मध्य प्रदेश निवासी देवी लाल से अवैध असलहे लाकर बेचता है। इन 05 वर्षाे में लगभग 400 पिस्टल लखनऊ, फैजाबाद, सुल्तानपुर व अम्बेडकरनगर आदि जनपदो में अलग-अलग व्यक्तियों को सप्लाई कर चुका है। इसी खरीद-फरोख्त के दौरान जनपद-लखनऊ के थाना चिनहट से वर्ष-2013 में 10 अवैध पिस्टलों के साथ पकड़ा गया था। उसने यह भी बताया कि अवैध असलाहों की तस्करी हेतु उसने विशेष प्रकार की सदरी बनवायी थीं, जिनमें कई जेबे लगी हैं। इन्ही जेबो में असलहों को छिपाकर व सदरी को पहनकर वह असलहों की तसकरी का कार्य करता है। वह इन पिस्टलों को सम्बन्धित व्यक्तियों से 14 से 15 हजार रूपये प्रति पिस्टल के हिसाब से लाता है और 20 से 25 हजार रूपये तक बेच देता है। इसी प्रकार रिवाॅल्वर 6 से 8 हजार रूपये तक खरीदकर 15 हजार रूपये प्रति रिवाॅल्वर के हिसाब से बेचता है। उसके द्वारा इस धन्धे में कमायी गयी धनराशि से ही एक सफारी गाड़ी व एक छोटा ट्रक खरीदा गया है। यह भी बताया कि उसके द्वारा असलहों की तसकरी में अपनी गाड़ी इस्तेमाल न करके सवारी गाड़ी बस आदि से ही आवागमन किया जाता है ताकि भीड़ में उस पर कोई शक न कर सके।

गिरफ्तार अभियुक्त रोहित सिंह उर्फ बाबू ने बताया कि वह अयोध्या के नयाघाट वाहन स्टैण्ड का ठेकेदार है तथा उसकी छवि दबंग व्यक्ति के रूप में है। वह मनोज तिवारी से विगत 03 वर्षाे से अवैध असलहों की खरीद-फरोख्त कर रहा है और अब तक लगभग 200 पिस्टलें आसपास के जनपदो में सप्लाई कर चुका है। गिरफतार दोनो अभियुक्त को थाना-कोतवाली, जनपद-फैजाबादर में दाखिल कर उनके विरूद्ध मु0अ0सं0-992/2016 धारा-3/25 आम्र्स एक्ट पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।