सुलतानपुर। जनपद में बिजली विभाग का भ्रष्टाचार कम होने का नाम नही ले रहा है नोट बंदी के ऐसे दुरुह संकट काल में बिजली विभाग के जे०ई० व एस०डी०ओ० मीटर रीडर को साथ लेकर घर घर अवैध वसूली मे जुट गये है ।

गौरतलब हो कि बिजली विभाग की सेहत व भ्रष्टाचार पर मोदी की नोटबंदी का असर नही दिख रहा है । मोदी के नोटबंदी अभियान की चोरी हर एक आदमी पर पडी है लोग आज नोटबंदी के बीसवें दिन भी बैको के बाहर लाईन लगाकर हजार दो हजार निकाल पा रहे है जिसमें घर के दैनिक खर्च के साथ साथ बीमारी दवा स्कूल फीस और शादी विवाह के किसी तरह न्योता निपटा रहे है उसी में बिजली विभाग अपनी उपभोक्ता शोषण नीति और भ्रष्टाचार के चलते घर घर मीटर चेकिंग लोड चेकिग के नाम पर अवैध वसूली में जुट गया है ताज्जुब है कि इस अभियान में टाउन के बडे अधिकारी भी जुटे है वो भी अपनी फेन्चाईजी ठेकेदारो के साथ उन्हे शर्म भी नही आती कि जहां देश का पी.एम. हाथ जोडकर भ्रष्टाचार खत्म करने की आम जनता से गुजारिश कर रहा है वही लोगबाग अपने परिजनो की दवा तक नही करा पा रह है । राशन पानी नही खरीद पा रहे है कर्मचारी वर्ग अपनी वेतन की व जमाराशि तक निकाल नही पा रह है संकट में समय गुजार रहे है वही बिजली विभाग के इस शोषण के अव्यहारिक रवैये पर अडा है घर घर धमकी दे रहे है कि बिजली का मीटर बदलवा लो बिल गलत आ रहा है यूनिट पेंडिंग है लाईन गलत खीची है वगैरह वगैरह सोचिये कहां तक यह अभियान जायज व व्यवहारिक है । जबकि बडे बकायेदारो का स्वतः पैसा जमा होने के चलते वर्षाे का टार्गेट पूरा हो चुका है लोग स्वतः पुरानी नोट चलाने के गर्ज से अपना पुराना बिल जमा करा चुके है कोई टेंसन ही नही है वर्षो से हाउस टैक्स वाटर टैक्स तक जमा हो गये फिर भी आदत है भ्रष्टाचार की भारत के पी.एम. व प्रदेश के सी.एम चाहे जो करे मगर नोटो की हवस है कि खत्म नही होना चाहती बिजली विभाग के जे.ई. या एस.डी.ओ. से दूर की बात एक एक लाईन मैन ट्राली मैन के पास बेनामी सम्पत्त्ति व अकूत धन है अगर इंकमटैक्स विभाग अगर इन विद्युत कर्मियों की नियुक्ति से वर्तमान समय तक इनकी आय का हिसाब खंगाले तो शायद ही कोई बेदाग बचे मीटर सेंक्सन में पर्याप्त कर्मी होते हुए भी ठेके पर फीडिंग व्यवस्था ही कमीशन खोरी के लिए बनाई गई है। बिजली विभाग में गैर जरुरी फर्मो के रजिस्टर्ड कर फर्जी लाईन बनाने, खंभे गाडने लोडिंग अनलोडिंग तथा आये दिन नये मीटर को अनुपयोगी बना कर नये मीटर लगवाने मे कमीशन खोरी विभाग का पुराना खेल है। पुराना ट्रांसफार्मर रंग रोगन कर नया बजट खपाना तांबे कापर की बाईडिंग भी केवल कोटिंग वाले तारो की निलामी मे धांधली, टयूबेल नलकूप की लाईन के बहाने अवैध कमाई इन्ही फर्मो के जरिये करना ही बिजली विभाग के अभियंताओ का असली धंधा है उस पर भी पेट नही भर रहा जो नोटबंदी के त्रासद दिनो में मीटर चेकिंग के बहाने जनता के शोषण को निकल पडे है। डी०एम० व प्रदेश के सी०एम० भी जनता के शोषण को नही रोक पा रहे है।