लखनऊ : इलाहाबाद में वक्फ इमामबाड़ा गुलाम हैदर के आंगन में हो रहे अवैध निर्माण पर अदालत की रोक के बाद आज इमामे जुमा मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने कहा कि इलाहाबाद में कानूनी कार्यवाही के बाद सफलता मिली है। वक्फ इमामबाड़ा गुलाम हैदर के आंगन में करोड़ों रुपये लेकर प्लाजा बनाया जा रहा था, अदालत ने उस पर पाबंदी लगा दी है और एफ0आई0आर भी लिखी गई है। मौलाना ने कहा कि उम्मीद है कि जल्द ही उस प्लाजा के गिराने का आर्डर भी आ जाएगा। मौलाना ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि इमाम बाडा के सेहन में प्लाजा के निर्माण के लिए गैर मुसलमानों तक से बड़ी राशि वसूली गई थी, अदालत के आदेश के बाद पैसे वसूलने वाले पागलपन का शिकार हो गए हैं और मानसिक रोगियों की सी हरकतें कर रहे हैं। मौलाना ने कहा कि जालिम की हिम्मत मजलूमों की खामोषी से बढ़ती है ,मजलुम के अत्याचार पर चुप रहना भी जुल्म होता है। कौम की खामोषाी ने ऐसे भ्रष्ट लोगों के हौसले बढ़ा दिये हैं। मौलाना ने कहा कि मैंने आज तक अपने हित के लिए कभी कोई विरोध सभा या पर्दषान नहीं किया हमेशा कौम के हित में प्रदर्शन किए गए और इन्षाआल्लाह आगे भी आंदोलन जारी रहेगा ,चाहे कोई साथ दे या न दे।

4 दिसंबर को होने वाले शिया व सून्नी सूफी सम्मेलन को अभी अनुमति नहीं

4 दिसंबर को लखनऊ के झूले लाल पार्क में होने वाले शिया व सुन्नी सूफी सम्मेलन के लिए डी0एम ने अनुमति नहीं दी है। जिलाधिकारी के अनुसार झूले लाल पार्क में हो रहे आतंकवाद विरोधी सम्मेलन पर कुछ लोगों को आपत्ति है इस लिये अब यह सम्मेलन झूले लाल पार्क में नहीं होकर किसी अन्य स्थान पर होगा। मौलाना ने डी0एम से कहा है कि अगर झूले लाल पार्क में आतंकवाद विरोधी सम्मेलन से कुछ लोगों को परेशानी है तो घंटाघर हुसैनाबाद या रिफाहे आम क्लब में सम्मेलन की अनुमति दी जाए। मौलाना ने कहा कि रिफाहे आम क्लब में इससे पहले भी अलग अलग प्रकार की सभऐं और जलसे आदी होते रहे हैं। अगर रिफाहे आम क्लब में सम्मेलन की अनुमति नहीं दी जाती है तो वहां आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों का बहिष्कार किया जाएगा। मौलाना ने कहा कि झूले लाल पार्क में आयोजित हो रहे आतंकवाद विरोधी सम्मेलेन से केवल आई0एस0 के समर्थकों को ही आपत्ति हो सकती है। मोलानाने अधिक सख्त रूख अपनाते हुए कहा कि इससे पहले भी राज्य सरकार ने आतंकवाद विरोधी रैली पर विभिन्न बहाने बनाकर रोक लगा दी थी। अगर सरकार इस सम्मेलन के लिए अनुमति नहीं देती है तो साबित हो जायेगा कि राज्य सरकार आतंकवाद की हामी है। मौलाना ने कहा कि अगर इस रोक के बाद राज्य में कोई आतंकवादी घटना घटित होती है तो उसकी जिम्मेदार राज्य सरकार को माना जाये गा जो एसी मानसिकता वाले लोगों को बढावा दे रही है।