नई दिल्ली। 1000 और 500 रुपये के पुराने नोटों को बंद करने के फैसले पर पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा कराया गया सर्वे का परिणाम विपक्ष को पसंद नहीं आया है। यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने प्रधानमंत्री मोदी पर बड़ा हमला बोला और नोटबंदी पर सर्वे को फर्जी बताया। मायावती ने मांग की कि प्रधानमंत्री लोकसभा को भंग करें और दोबारा चुनाव करवाएं। सर्वे में बताया गया है कि 90 फीसदी जनता नोटबंदी को सही मानती है। वहीं, 92 प्रतिशत लोगों ने माना है कि करप्शन और कालाधन के खिलाफ नोटबंदी अच्छा कदम है।

इस सर्वे में पांच लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था। 66% लोगों का कहना है कि इस फैसले से प्रॉपर्टी, स्वास्थ्य सुविधाओं और उच्च शिक्षा को फायदा होगा। 48% ने माना है कि इस फैसले से कुछ दिक्कत है लेकिन इतना चलेगा। सर्वे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए 98 फीसदी लोगों ने माना है कि देश में काला धन है।

बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने सर्वे को फर्जी बताते हुए उसकी प्रमाणिकता पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि देहातों की जनता अभी भी आसमान में नीचे रात से खड़ी हो जाती है, फिर कैसे 90 फीसदी लोगों ने सर्वे को समर्थन दे दिया है। जनता को सावधान रहने की जरूरत है। जनता त्राहि त्राहि कर रही है। अगर पीएम में इमानदारी है और वह सही सर्वे चाहते हैं तो लोकसभा भंग कराएं और पूरे देश में चुनाव कराएं। सही सर्वे का पता चल जाएगा।

वहीं, संसद में कार्यवाही न होने पर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी चाहती है, हाउस चले लेकिन सत्ता पक्ष सदन नहीं चलने देना चाहता। पूरा विपक्ष कह रहा है कि पीएम हाउस में आएं। वह आएं और 5, 10 मिनट बैठकर चले जाएं, ऐसे नहीं चलेगा। राज्यसभा में बहस चल रही है, पीएम को उसे सुनना चाहिए। पूरा विपक्ष देश की जनता के हित में आवाज उठा रहा है।