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मनमोहन ने मोदी से पूछा, पैसा जमा कराने के बाद निकालने की इजाजत किस देश में नहीं होती

नई दिल्ली: राज्यसभा में विपक्ष के गतिरोध को खत्म करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी सदन में पहुंचे। पीएम मोदी के सदन में पहुंचने पर सबसे पहले विपक्ष की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बहस की शुरुआत की। मनमोहन सिंह ने कहा कि मैँ सरकार के नोटबंदी के फैसले से पूरी तरह असमहत नहीं हूं। नोटबंदी लागू करने में बदइंतजामी हुई है। मेरा सवाल इस फैसले को लेकर नहीं बल्कि उसको लागू करने को लेकर सवाल है।

मनमोहन सिंह ने कहा कि नोटबंदी से कृषि क्षेत्र को सबसे बड़ा झटका लगा है, देश का जीडीपी 2 फीसदी तक नीचे जा सकता है। इतना ही नहीं करेंसी नोटों और बैंकिग प्रणाली पर आम लोगों के विश्वास को झटका लगा है।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि नोटबंदी से जीडीपी में 2 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है. नोटबंदी में अमल में काफी अव्यवस्था दिख रही है. बदइंतजामी से लोग परेशानी हैं. पीएम को इस योजना को रचनात्मक तरीके से लाना चाहिए था. पीएम ने लोगों से 50 दिन मांगे हैं, जो लोगों पर भारी पड़ेंगे. आरबीआई और पीएमओ इसे लागू करने में पूरी तरह फेल रहे. आपने ऐसा किस देश में सुना है कि पैसा जमा कराने के बाद निकालने की इजाजत नहीं होती.

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि नोटबंदी के जरिए व्यवस्थित तरीके से लूट की जा रही है। गरीबों के लिए 50 दिन भी पीड़ादायक है और आम लोगों को नोटबंदी से तकलीफ हुई है। हर दिन नए नियम बनाना सही नहीं है। पीएमओ इस फैसले को लागू करने में फेल रहा है।

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