नई दिल्ली। देश की दिग्गज इंजीनियरिंग कंपनी लार्सन एंड टुब्रो ने बड़ी छंटनी की है। कंपनी ने अपने 14 हजार कर्मचारियों को बाहर कर दिया है। ये आंकड़ा कंपनी के कुल कर्मचारियों का 11.2 फीसदी है।

हर कंपनी की तरह ही इस छंटनी की वजह भी आर्थिक तंगी ही बताई जा रही है। कंपनी की एक दलील ये भी है कि काम के बड़े हिस्से को वो डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ला चुकी है, जिस वजह से बड़ी संख्या में कर्मचारियों के लिए कोई काम नहीं बचा था।
हालांकि फिलहाल कंपनी के फैसले का असर पूरी तरह दिखना बाकी है। उम्मीद की जा रही है कि सरकारी खरीद से प्राइवेट सेक्टर की सुस्ती खत्म होगी, लेकिन आने वाला वक्त कंपनी की माली हालत की तस्वीर और साफ करेगा।