बतौर हलियापुर थानाध्यक्ष रमाकांत यादव की गायब हुई थी सर्विस रिवाल्वर

आसिफ मिर्जा

सुलतानपुर। सुलतानपुर जिले के बतौर हलियापुर थानाध्यक्ष रमाकांत यादव के आगे आला हाकिम नतमस्तक है। चोरी गयी रिवाल्वर तो मिली नही, लेकिन बगैर रिवाल्वर वाले दरोगा को एसएसआई जैसे महत्वपूर्ण पद से नवाज दिया गया। यह शायद प्रदेश की पहली घटना है कि पहले बहाली फिर चुनाव सेल के बाद थाने पर प्रभार सौपा गया है।

हलियापुर थानाध्यक्ष रहे दरोगा रमाकांत यादव की सर्विस रिवाल्वर चोरी हो गयी थी। मामले की विवेचना गोसाईगंज थानाध्यक्ष देवेश सिंह को सौपी गयी थी। रिवाल्वर गायब होने के बाद कई नाटकीय घटनाक्रम भी आये। थाने पर होमगार्ड के साथ रिवाल्वर चोरी की घटना कबुलवाने के लिए थर्ड डिग्री तक इस्तेमाल किये गये थे। कथित चोर ने थाने के भीतर ही आत्महत्या का प्रयास किया था। लाइन हाजिरी के बाद खुद दरोगा रमाकांत यादव ने रिवाल्वर बरामदगी के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया था, लेकिन रिवाल्वर की बरामदगी नही हो सकी। धीरे-धीरे इस प्रकरण को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। मामला ठंडा होने पर दरोगा को पहले चुनाव सेल का प्रभारी बनाया गया। फिर उन्हे अति महत्वपूर्ण थाने पर एसएसआई पद से नवाज दिया गया। जिसकों लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। सूत्रों के मुताबिक अगर किसी दरोगा से साथ ऐसी घटना होती है तो उसे तीन साल तक चार्ज नही दिया जा सकता है। मामला ठंडा होते ही चार्ज दिया जाना भी जांच का विषय बन गया है।