मुंबई: शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला आज लगातार छठे दिन जारी रहा। सेंसेक्स 385 अंक टूटकर छह महीने के नए निचले स्तर 25,765.14 अंक पर आ गया। विदेशी कोषों की सतत निकासी तथा नोटबंदी के आर्थिक प्रभाव को लेकर अनिश्चितता के बीच नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 8,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया।

अमेरिकी फेडरल रिजर्व की प्रमुख जैनेट येलेन ने संकेत दिया है कि अगले महीने ब्याज दरों में बढ़ोतरी हो सकती है। इसके अलावा यह भी आशंका है कि अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप संरक्षणवाद तथा सरकारी खचरें में विस्तार का रास्ता चुन सकते हैं। नोटबंदी के असर से आज रुपये में उतार-चढ़ाव रहा। यह शुरुआती लाभ से नीचे आ गया। दिन में कारोबार के दौरान रपया भी छह महीने के निचले स्तर 68.27 रुपये प्रति डॉलर पर चल रहा था।

जियोजित बीएनपी परिबा फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘नकदी संकट से धारणा प्रभावित हो रही है। इसके अलावा विदेशी कोषों की निकासी से भी बाजार को झटका लगा है। अभी तक जो शेयर इस उम्मीद में अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे कि नोटबंदी से जमा में जोरदार इजाफे से उनको फायदा होगा, अब उनमें भी गिरावट का रूख दिखने लगा है।’

बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 26,246.70 अंक पर मजबूती के रख के साथ खुलने के बाद अंत में 385.10 अंक या 1.47 प्रतिशत के नुकसान से 25,765.14 अंक नए छह महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 26,270.28 से 25,717.93 अंक के दायरे में घूमा। इससे पहले 25 मई को सेंसेक्स 25,881.17 अंक पर बंद हुआ था।

पिछले छह सत्रों में सेंसेक्स 1,752.54 अंक या 6.37 प्रतिशत टूट चुका है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 145 अंक या 1.80 प्रतिशत के नुकसान से 8,000 अंक से नीचे 7,929.10 अंक पर आ गया। यह भी इसका छह महीने का नया निचला स्तर है। कारोबार के दौरान यह 8,102.45 से 7,916.40 अंक के दायरे में रहा।

मुख्य रूप से रीयल्टी, धातु, वाहन, पीएसयू, औद्योगिक, वित्त, पूंजीगत सामान, बैंकेक्स, बिजली, तेल एवं गैस, टेक, एफएमसीजी, टिकाउ उपभोक्ता सामान तथा आईटी खंड के शेयरों में बिकवाली दबाव देखा गया। इस बीच, अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी कोषों ने गत शुक्रवार को 926.32 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। एशियाई बाजारों में चीन, हांगकांग, जापान और ताइवान में 0.06 से 0.79 प्रतिशत का लाभ रहा। सिंगापुर और कोरिया के बाजारों में 0.43 से 0.77 प्रतिशत की गिरावट आई। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार नीचे चल रहे थे। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 25 लाभ में रहे, 5 में नुकसान रहा।

एसबीआई का शेयर 6.51 प्रतिशत टूट गया। पावरग्रिड में 3.57 प्रतिशत, टाटा स्टील में 3.52 प्रतिशत, मारति में 3.46 प्रतिशत, एमएंडएम में 3.16 प्रतिशत, टाटा मोटर्स में 2.99 प्रतिशत, डॉ रेड्डीज लैब में 2.40 प्रतिशत, एनटीपीसी में 2.33 प्रतिशत, अडाणी पोर्ट्स में 2.17 प्रतिशत, एचडीएफसी में 2.05 प्रतिशत, कोल इंडिया में 1.87 प्रतिशत, गेल इंडिया में 1.68 प्रतिशत, एक्सिस बैंक में 1.61 प्रतिशत, आईटीसी में 1.56 प्रतिशत, लार्सन में 1.51 प्रतिशत और बजाज आटो में 1.50 प्रतिशत का नुकसान रहा।

हालांकि, विप्रो का शेयर 1.04 प्रतिशत चढ़ गया। टीसीएस में 0.44 प्रतिशत, सनफार्मा में 0.36 प्रतिशत और रिलायंस इंडस्ट्रीज में 0.34 प्रतिशत का लाभ रहा। विभिन्न वर्गों के सूचकांकों में रीयल्टी में 4.71 प्रतिशत, धातु में 3.34 प्रतिशत, वाहन 3.25 प्रतिशत, बैंकेक्स 2.89 प्रतिशत, इंडस्ट्रियल्स 2.84 प्रतिशत, एफएमसीजी 2.84 प्रतिशत और वित्त 2.83 प्रतिशत नीचे आए।