चंडीगढ़। नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्षी दलों करारा प्रहार करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि नोटबंदी के कारण सपा, बसपा, ममता, कांग्रेस और केजरीवाल आदि का पर्दाफाश हो गया है। जिस तरह बाढ़ के समय चूहे, बिल्ली, सांप बचने के लिए एक ही पेड़ पर आश्रय लेते हैं, उसी प्रकार ये दल नोटबंदी के खिलाफ गोलबंद हो गए हैं। शाह ने देश में पंचायत से संसद तक बदलाव लाने के लिए प्रधानमंत्री को 15 वर्ष देने की अपील की।

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी घूम-घूमकर कहते हैं कि इन ढाई वर्षों में क्या फर्क पड़ा है। हम उन्हें बताना चाहते हैं कि हमने तो सबसे पहला काम यह किया है कि देश को बोलने वाला प्रधानमंत्री दिया है। हमने केंद्र में एक ऐसी पारदर्शी सरकार दी है जिस पर इन ढाई वर्ष में विरोधी भी भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा सके हैं।

बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सोनिया-मनमोहन की सरकार ने 10 वर्षों में एक के बाद एक घोटाले किए, अन्तरिक्ष से लेकर पाताल तक 12 लाख करोड़ रुपये के घपले-घोटाले किए और राहुलजी पूछते हैं कि फर्क क्या आया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आतंकवाद, भ्रष्टाचार, जाली करेंसी और जाली नोटों पर मोदी सरकार के कड़े प्रहार का विरोध करके सपा, बसपा, ममता, कांग्रेस और केजरीवाल ने अपने-आपको देश की जनता के सामने एक्सपोज कर दिया है। यह फैसला देशहित में लिया गया है जिसका फायदा आने वाले समय में देश के गरीबों को ही सबसे ज्यादा मिलने वाला है।

शाह ने कहा कि 7 नवंबर तक विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री मोदी पर कालेधन पर कार्रवाई को लेकर हाय-तौबा मचा रही थीं। 8 नवंबर को कालेधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कठोर कार्रवाई करने के बाद अब उन्होंने उल्टी हाय-तौबा मचा रखी है कि नोटबंदी क्यों कर दी? उन्होंने कहा कि इस एक फैसले से आतंकवादी, नक्सलवादी, जाली नोट और नशे के कारोबारी निर्धन हो गए हैं। देश के अर्थतंत्र को खोखला करने वालों के पास पड़ा हुआ धन रद्दी में तब्दील हो गया है।