सुलतानपुर। सुलातनपुर शहर में एक ऐसा स्कूल है जहां बच्चों को पीना पड़ता है एक गिलास दूध। क्लास रूम में पढ़ाई के साथ पौष्टिक आहार की व्यवस्था है। खर्च स्कूल का मैनेजमेंट उठा रहा है।
यश कांवेन्ट स्कूल में यह अनूठी पहल की है। प्रधानाचार्या पम्पा गागुली ने बताया कि नर्सरी, एलकेजी, यूकेजी के बच्चों के लिए पौष्टिक आहार की व्यवस्था है। इन क्लास के बच्चों को रोजाना एक गिलास दूध दिया जाता है। पढ़ाई के साथ दूध पिलाने की जिम्मेदारी भी क्लास टीचर को सौपी गयी है। पौष्टिक आहार पर आने वाला खर्च स्कूल के प्रबंधक डा. डीकेे शुक्ला स्वयं वहन करते है। पौष्टिक आहार के लिए अभिभावकों से पैसा नही लिया जाता है। प्रबंधक डा. डीके शुक्ला का कहना है कि वर्तमान परिवेश में फोकस बौद्धिक विकास पर है। जबकि बगैर शारीरिक विकास के बौद्धिक विकास की सार्थकता नही है।
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