उद्यमिता शिक्षा, अनुसंधान, प्रशिक्षण और संस्था निर्माण के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय संसाधन केंद्र के रूप में प्रसिद्ध एंटरप्रिन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (ईडीआईआई) ने भारत में सामाजिक उद्यमिता शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन (यूईएल) के साथ साझेदारी में काम करने का फैसला किया है। इस सहयोग का मुख्य उद्देश्य संवेदीकरण, जागरूकता, चर्चा और विचार-विमर्श के माध्यम से भारत में सामाजिक उद्यमिता शिक्षा को मुख्य धारा में लाना है।

इस तालमेल की जानकारी देते हुए ईडीआईआई के निदेशक डॉ. सुनील शुक्ला कहते हैं- ‘देश में सामाजिक उद्यमिता शिक्षा को मुख्य धारा में लाने के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन (यूईएल) के साथ मिलकर काम करने का ईडीआईआई का फैसला दरअसल इस दिशा में लोगों के उत्साह और उनकी काबिलियत को सामने लाने की एक कोशिश है। इस कार्यक्रम को ब्रिटिश काउंसिल, नई दिल्ली का समर्थन भी प्राप्त है। ब्रिटिश काउंसिल की एक महत्त्वपूर्ण पहल- सामाजिक उद्यम शिक्षा कार्यक्रम (सोशल एंटरप्राइज एजूकेशन प्रोग्राम-एसईईपी) के तहत इसे समर्थन दिया गया है। इस पहल में भारत में सामाजिक उद्यमिता शिक्षा को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाता है।’

यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन के प्रो. एंद्रे मॉजर्ट कहते हैं- ‘भारत की गिनती आज दुनिया के उद्यमशील देशों में होती है। इसे देखते हुए ही ईडीआईआई ने यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन के साथ साझा कार्यक्रम शुरू किया है, ताकि उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा दिया जा सके। इसके तहत भारत भर में सामाजिक उद्यम को समर्थन देने के लिए ईडीआईआई और यूईएल ने साझेदारी की पहल करते हुए एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का फ्रेमवर्क की रचना की है। इस क्रम में जनवरी, 2017 में सामाजिम उद्यमियों के लिए उन्नत पुरस्कारों की शुरुआत की जाएगी। ये पुरस्कार उन नवोदित व्यापारियों और उद्यमियों को दिए जाएंगे, जिन्होंने कारोबार में सामाजिक कौशल हासिल करने के लिए अपने नवाचारों को साकार रूप दिया हो। एक कामयाब साझेदारी से निकला एक कामयाब फॉर्मूला!’