लखनऊ। नोटबंदी पर बहुजन समाजवादी पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर पीएम मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी की आड़ में मोदी सरकार जनता को परेशान कर रही है। पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले के चलते महिलाएं और बच्चे घंटों खुले आसमान के नीचे खड़े रहने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि मोदी कोई दूध के धुले नहीं हैं। उन्होंने ललित मोदी और विजय माल्या को देश से बाहर भगा दिया।
उन्होंने साफ किया कि बीएसपी नोटबंदी के खिलाफ नहीं है बल्कि आम लोगों को हो रही परेशानी के खिलाफ है। मायावती ने कहा कि मोदी सरकार अगले 1 माह तक धैर्य रखने की बात कहकर लोगों के जख्मों पर नमक छिड़क रही है। पीएम ने भ्रष्टाचार पर कहा कि बेईमानों से काली कमाई का हिसाब लिया जाएगा, लेकिन हमारी पार्टी का कहना है कि देश की जनता हर प्रकार के भ्रष्टाचार से स्थाई मुक्ति चाहती है।

मायावती ने कहा कि आम जनता ने कांग्रेस को केंद्र से इस उम्मीद से बाहर कर दिया था कि उसे भ्रष्टाचार से मुक्ति मिलेगी। पीएम काला धन और करप्शन पर अंकुश लगाने की आड़ में जनता को खुले आसमान के नीचे खड़ा करवा रही है। किसी ने भी इस भयावह स्थिति की कल्पना नही की थी।
मायावती ने कहा कि मोदी सरकार ने देश में 66 हजार के कालेधन को सफेद करवा दिया। किसी का भी काला चेहरा जनता के सामने नहीं आया। सरकार ने नोट पाबंदी लगाकर गरीबों, मरीजों को भारी मुसीबत में डालकर घंटों खड़ा करके गलत काम किया है।

उन्होंने पीएम मोदी की गाजीपुर की रैली को पूरी तरह से फेल बताते हुए उनके भाषण को 'थोथा चना, बाजे घना' करार दिया। उन्होंने कहा कि वहां मुश्किल से 10-20 हजार लोग जुटे थे जो कि बाहर से बुलाए गए थे। बसपा सुप्रीमो ने गाजीपुर में हुई पीएम मोदी की रैली पर कहा कि लोग बता रहे हैं कि इसमें ज्यादातर लोग बिहार से बुलाए गए थे। इसके अलावा जिन लोगों को रैली में लाया गया, उन्हें 250-250 रुपये दिये गये।