नई दिल्ली: भारतीय हॉकी के मुखिया डॉ. नरेंद्र बत्रा अब अंतरराष्ट्रीय हॉकी परिषद के अध्यक्ष बन गए हैं. वह पहले भारतीय हैं, जिन्होंने ये उपलब्धि हासिल की है. दुबई में हुए चुनाव में बत्रा को सर्वाधिक 68 वोट मिले, जबकि आयरलैंड के डेविड बॉलबिर्नि को 29 और ऑस्ट्रेलिया के केन रीड को 13 वोट मिले. बत्रा फिलहाल भारतीय हॉकी संघ के अध्यक्ष हैं, लेकिन अब FIH प्रमुख बन जाने के बाद उन्हें भारतीय हॉकी संघ की जिम्मेदारी छोड़नी पड़ेगी.

दुबई में गुप्त मतदान के ज़रिये हुए चुनाव में बत्रा अंतरराष्ट्रीय हॉकी परिषद के 12वें अध्यक्ष बन गए. वह ना सिर्फ़ पहले भारतीय हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय हॉकी परिषद की गद्दी पर कब्ज़ा जमाया है, बल्कि पहले गैर-यूरोपीय भी हैं, जिन्हें इस पद पर पहुंचने का गौरव हासिल हुआ है. पूर्व अध्यक्ष लियेन्दो नेग्रे से उनके संबंध हमेशा अच्छे रहे. माना जा रहा है कि पूर्व अध्यक्ष नेग्रे ने भी इस चुनाव में बत्रा की मदद की.

बत्रा पहले राष्ट्रीय स्तर तक जम्मू की हॉकी टीम की नुमाइंदगी कर चुके हैं. वह पहले केपीएस गिल की अध्यक्षता वाली भारतीय हॉकी संघ के भी सदस्य रह चुके हैं. 2009 में हॉकी इंडिया बनने के बाद वह इसके सचिव और 2104 में इसके अध्यक्ष बन गए.

बत्रा के कार्यकाल के दौरान हॉकी इंडिया लीग की भी शुरुआत हुई. इसके अलावा भारत में कई अंतरराष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट के आयोजन हुए. मसलन, FIH चैंपियंस ट्रॉफी 2014, FIH हॉकी वर्ल्ड लीग फाइनल 2015, FIH जूनियर हॉकी मेन्स वर्ल्ड कप 2016 (दिसंबर में) और FIH मेन्स वर्ल्ड कप 2018 जैसे बड़े टूर्नामेंट को भारत में लाने का श्रेय बत्रा को जाता है. हॉकी के जानकार कहते हैं कि इससे भारतीय हॉकी को फायदा जरूर पहुंचेगा.