नई दिल्ली: इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर राजकोट में आज जब श्रृंखला के पहले टेस्ट में उतरी तो उसमें पहली बार चार मुसलमान खिलाडी मैदान पर उतरे इसमें से से सबसे अधिक चौंकाने वाला चयन 19 साल के बल्लेबाज हसीब हमीद को शामिल किए जाने का रहा, जो इंग्लैंड की परंपरा के बिल्कुल उलट था, क्योंकि आमतौर पर इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड टीम चयन के समय अनुभव को ज्यादा तरजीह देता है. हमीद ने इंग्लैंड की ओर से ओपनिंग करके एक नई उपलब्धि अपने नाम कर ली. मोईन अली, आदिल रशीद और ज़फ़र अंसारी अन्य तीन मुस्लिम क्रिकेटर हैं जो पहले से इंग्लैंड की टेस्ट टीम में जगह बनाये हुए हैं

बांग्लादेश दौरे पर तो हसीब हमीद को टेस्ट में खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन अब उन्हें भारत के खिलाफ टेस्ट खेलने का मौका मिल गया है. इसके साथ ही वह नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे. हसीब हमीद 1949 में 18 साल की उम्र में टेस्ट पदार्पण करने वाले ब्रायन क्लोज के बाद 67 साल की अवधि में ऐसे दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं, जो 20 साल से कम की उम्र में इंग्लैंड की टेस्ट कैप पहनी है. 1997 में बेन होलियोक को 19 साल की उम्र में यह अवसर मिला था. इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इंग्लैंड की टीम में किशोरावस्था वाले खिलाड़ियों को कितनी जगह दी जाती है.

ओपनर हमीद ने इस सीजन में काउंटी चैंपियनशिप डिवीजन में लंकाशायर की ओर से 52 के औसत से 1129 रन बनाए हैं. इस शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें नियमित ओपनर एलेक्स हेल्स के बांग्लादेश दौरे पर जाने से मना करने के बाद टीम में जगह मिली थी.

स्ट्रास के संन्यास के बाद कुक के नौंवे जोड़ीदार
इंग्लैंड की ओर से पूर्व कप्तान एंड्रयू स्ट्रास और एलिस्टेयर कुक ने ओपनिंग स्लॉट पर कई अहम साझेदारियां की थीं. 2012 में स्ट्रास के संन्यास के बाद 8 ओपनर खेल चुके हैं. यदि हमीद को मौका मिलता है, तो वह कुक के नौवें जोड़ीदार होंगे.

बांग्लादेश दौरे पर जाने वाली इंग्लैंड की 17 सदस्यीय टीम में लंकाशायर के 19 साल के ओपनर हमीद के अलावा और सरे के 39 साल के 'बुजुर्ग' ऑफ स्पिनर गैरेथ बैटी का चयन भी चौंकाने वाला रहा था. बैटी का चयन 11 साल बाद हुआ. इन दोनों के अलावा नॉर्थेम्पटनशायर के बल्लेबाज बेन डकेट और सरे के ऑलराउंडर जफर अंसारी को भी जगह दी गई थी.

बांग्लादेश दौरे में नियमित कप्तान इयोन मॉर्गन की जगह वनडे कप्तान बनाए गए विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर को भी टेस्ट टीम में जगह दी गई.