सुलतानपुर। बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष 11 बजे विजय प्रताप सिंह पर 28 अक्टूबर को घर से न्यायालय आते समय रास्ते में हुए प्राणघातक हमला और 29 अक्टूबर की रात्रि में केजीएमयू में उनका निधन होने के सम्बन्ध में पूर्व आयोजित महापंचायत सम्पन्न हुई।

महापंचायत के मुख्य अतिथि चेरयमैन बार कौंसिल अनिल प्रताप सिंह ने कहा कि आज महसूस हो रहा है कि अब प्रदेश के अधिवक्ताओं को नई दिशा मिलने जा रही है एसोसिएशन की सभी मांगे जायज व उचित बताते हुए सभी को पूरा करने का आश्वासन दिया और कहा कि हमने प्रकरण पर तीन सद्स्यीय कमेटी बना दी है जो प्रकरण से सम्बन्धित सभी साक्ष्यों को आपके माध्यम से एकत्र कर सीबीआई जाॅच हेतु हाईकोर्ट मे पटीशन फाइल करेगी जिसका पटीश्नर मैं रहूंगा। यह भी कहा कि जब सभी माननीय न्यायालयों से हमें न्याय मिलेगा तो पूरा प्रदेश बन्द रहेगा अधिवक्ता कार्य नहीं करेगें। यह भी कहा कि जिसका वैरी सुख से सोवे उसकी जिन्दगी को धिक्कार, जिस दिन एसपी सुलतानपुर सीबीआई जाॅच से जेल जायेगा उस दिन विजय दिवस मनाऊंगा। यह भी कहा कि पटीशन के दिन सुलतानपुर के अधिवक्ता एकता का मिशाल बनकर हाईकोर्ट में मौजूद रहेंगे। पूर्व चेयरमैन बार कौंसिल एवं सद्स्य अरूण कुमार त्रिपाठी ने घटना पर गहरा रोष और दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि आज हम सभी मुद्दे पर सही जगह इकट्ठा है यह महापंचायत नहीं खुली पंचायत है दुर्भाग्य है भाई की हत्या का वादी अधिवक्ता गवाह हो प्रापर डेªस में घर से आते समय उसकी निर्मम हत्या कर दी जाय जिसका पूर्वानुमान एसपी को हो तो यह एसपी सुलतानपुर की प्रशासनिक अक्षमता है न्याय पालिका की स्वतंत्रता पर आघात है हमारा साथी न्याय वीर शहीद की श्रेणी में आता है बार कौंसिल मूकदर्शक नहीं रहेगी। सद्स्य बार कौंसिल रवि सिंह पूर्व चेयरमैन अखिलेश कुमार अवस्थी, अजय कुमार शुक्ल ने कहा कि एसपी सुलतानपुर को अपने आईजी अभिताभ ठाकुर, किरन वेदी और पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुसर्रफ से सीखना चाहिए अधिवक्ताओं से लड़ने पर क्या दुर्गति होती है। सभी ने एसपी को घटना का षड़यत्रकारी दोषी मानते हुए बार कौंसिल से कठोरतम कार्यवाही का आश्वासन दिया।

विदित रहे कि बार एसोसिएशन के स्थानीय वक्ता के रूप में पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र प्रसाद शर्मा, राम विशाल तिवारी, राघवेन्द्र प्रताप सिंह, नरोत्तम शुक्ल, राम किशोर पाण्डेय, राय साहब सिंह, प्रेमनाथ पाण्डेय, रामफेर यादव, रंजीत सिंह, प्रेम शंकर शुक्ल, काशी प्रसाद शुक्ल व शिव मंगल शुक्ल ने घटना पर क्षोभ व्यक्त करते हुए लड़ाई को अन्तिम सांस तक लड़ने की बात कही। पूर्व सचिव संदीप सिंह, रंजीत सिंह त्रिसुन्डी, नरेन्द्र बहादुर सिंह ने साथी विजय सिंह की हत्या पर असहपीड़ा का बोध कराया। मीडिया प्रभारी पूर्व सचिव अमर बहादुर दूबे ने कहा कि बार कौंसिल हमें अंजाम तक पहंुचाने से न रोक अन्यथा मुख्यमंत्री के विजय रथ को हमारे साथी प्रदेश के सभी जनपदों में रोकेगें। महा पंचायत को श्रवण कुमार पाण्डेय, बेलाल अहमद, बृजेश कुमार पाण्डेय, संजय सिंह, पूर्व अध्यक्ष सीताराम वर्मा, रामअवध यादव, ने भी सम्बोधित किया पूर्व अध्यक्ष एसोसिएशन पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत व चेयरमैन एल्डर्स कमेटी बाबू राज किशोर सिंह, अनवर, सज्जाद, कौशल किशोर तिवारी ने अधिवक्ताओं की एकजूटता पर प्रशन्नता व्यक्त करते हुए पूर्ण सहयोग का वादा किया व आर्शिवाद दिया। अरविन्द सिंह राजा ने कहा कि विजय प्रताप सिंह की सिक्योरिटी वापस लेना, भाई की हत्या का अभियुक्त घटना के एक दिन पहले अपनी जमानत उठाकर जेल जाय एसपी को हत्या का पूर्वानुमान यह साबित करता है कि एसपी घटना की साजिश में शामिल है। एसोसिएशन के महासचिव ने घटना का विवरण सिलसिलेवार महापंचायत में रखा जिसका कुशल संचालन पूर्व अध्यक्ष करूणाशंकर द्विवेदी ने किया। महापंचायत का समापन करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष अरूण कुमार उपाध्याय ने कहा कि पिता की मृत्यु पर मैं नहीं रोया लेकिन अपने साथी को खून से लथ-पथ देखकर मेरे आॅसू निकल आये। बार कौंसिल से आये अतिथियों को सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए तहसील न्यायालयों से आये कादीपुर एसोसिएशन अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, पूर्व अध्यक्ष जयसिंहपुर रमाकान्त मिश्र व लम्भुआ से आये बार अध्यक्ष लाल बहादुर मिश्र, पूर्व अध्यक्ष देवेन्द्र पाण्डेय व गुलाल शुक्ल के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। आगे यह भी कहा कि जिले के चाहे वो प्रिन्ट मीडिया हो या इलेक्ट्रानिक मीडिया उसे सम्मानित किया जाना चाहिए।