महिंद्रा एग्री सॉल्यूशंस लिमिटेड (एमएएसएल) और एचजेडपीसी के संयुक्त उद्यम, एमएचजेडपीसी ने मोहाली में अपना आधुनिक एवं उत्कृष्ट एयरोपॉनिक्स संयंत्र का आज उद्घाटन किया। नीदरलैंड्स के माननीय राजदूत, अल्फोंसस स्टोएलिंगा ने इस संयंत्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर, एमएएसएल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अशोक शर्मा और एचजेडपीसी होल्डिंग बी.वी के सीईओ गेरार्ड बैक्स भी उपस्थित थे।

इस संयंत्र में नई प्रक्रिया एवं नवीनतम तकनीक का उपयोग कर सर्वोत्तम कोटि के आलू के बीज पैदा किये जायेंगे। इससे भारतीय किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले आलू के बीच उपलब्ध कराये जा सकेंगे और इस प्रकार, ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता के आलू उपलब्ध हो सकेंगे।

इस संयंत्र के उद्घाटन के अवसर पर, महिंद्रा एग्री सॉल्यूशंस लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री अशोक शर्मा ने कहा, ‘‘महिंद्रा को भारत में कृषि तकनीक लाने का गौरव प्राप्त है और यह ऐसे धमाकेदार खोजपरक समाधान तैयार करने के प्रति वचनबद्ध है, जिससे हमारे कृषक समुदाय और लक्षित ग्राहकों को भारी लाभ मिल सके। एयरोपॉनिक्स ऐसा ही एक उदाहरण है – यह हमारे किसानों को विश्वस्तरीय बीज उपलब्ध कराकर भारत में कृषि के परिदृश्य को पूरी तरह से बदल कर रख देगा। इससे पैदावार बढ़ेगा और हम फार्मटेक प्रॉस्पेरिटी उपलब्ध कराने के अपने सपने को पूरा कर सकेंगे। ग्राहकों को भी इस फायदे का अनुभव होगा, चूंकि वे अधिक एवं अलग तरह के भोजन का अनुभव कर सकेंगे, जो कि एक ऐसा प्रस्ताव है, जिसमें महिंद्रा को दृढ़ विश्वास है।’’
कंपनी के आलू के बीज के व्यवसाय को समर्थन देने के लिए निर्मित, एयरोपॉनिक्स संयंत्र में बंद वातावरण के भीतर पौधे उपजाये जायेंगे, जिसमें मिट्टी का उपयोग नहीं किया जायेगा। कृषि की इस उन्नत तकनीक से पौधों की लटकती जड़ों एवं नीचे की डंठलों पर सूक्ष्म रूप से पोषक पानी के फुहारे से आवश्यक पोषक पदार्थ प्रदान किया जाता है।

कृषि क्षेत्र का आशाजनक हस्तक्षेप, एयरोपॉनिक्स बी2बी और बी2सी दोनों ही खण्डों के लिए बेहद लाभदायक होगा। प्रसंस्करण उद्योग अपने उत्पादन प्रोग्राम्स ने अधिक तेजी से नई किस्मों को लॉन्च कर सकेंगे, क्योंकि एयरोपॉनिक्स के जरिए नई किस्मों के विपणन में 50 प्रतिशत तक कम समय लगेगा।