नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि लोकतंत्र ‘घने अंधकार के दौर से गुजर रहा है’ क्योंकि सरकार सत्ता के नशे में चूर है और ‘उन सभी का मुंह बंद करना चाहती है’ जो असहमति रखते हैं.

पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अनुपस्थिति में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए पार्टी उपाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि ‘राष्ट्रीय सुरक्षा की आड़ में छुपकर, सवाल उठाने वाले सभ्य समाज को आंखें दिखाई जा रही हैं.’ हिंदी चैनल एनडीटीवी इंडिया पर लगाए गए एक दिवसीय प्रतिबंध की ओर इशारा करते हुए राहुल गांधी ने कहा, टीवी चैनलों को सजा दी जा रही है और उनसे प्रसारण बंद करने को कहा गया है. सरकार को जवाबदेह ठहराने के लिए विपक्ष को गिरफ्तार किया जा रहा है. उन्होंने कहा, मौजूदा सरकार के तहत लोकतंत्र घने अंधकार के दौर से गुजर रहा है. उन्होंने साथ ही कहा कि सरकार द्वारा सरकारी ताकत का ‘दुरुपयोग’ कर मूलभूत आजादी को दबाने के जो भी प्रयास किए जा रहे हैं उनसे ऐसी ‘खतरनाक साजिशों’ को परास्त करने की कांग्रेस की प्रतिबद्धता ही मजबूत होगी.

राहुल गांधी ने कहा, इस सरकार को सवाल पूछे जाने से सर्वाधिक परेशानी होती है, जिनके उनके पास कोई जवाब नहीं हैं. हमें हर रूप में विशेषकर आगामी संसद सत्र में सरकार की विफलता को बेनकाब करना चाहिए. संसद का शीतकालीन सत्र 16 नवंबर से शुरू होने जा रहा है.

पिछले कुछ दिनों से ओआरओपी (वन रैंक वन पेंशन) का मुद्दा उठा रहे राहुल गांधी ने कहा, हालिया महीनों में हमारे जवानों को दशकों में पहली बार सर्वाधिक बलिदान देना पड़ा है. एक लापरवाह सरकार इसके बदले में क्रूरता के साथ उन्हें ओआरओपी से इंकार और विकलांगता पेंशन में कटौती से नवाज रही है

बैठक के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा ‘जाति और धार्मिक मुद्दों को भुनाने के लिए मिथ्या प्रचार और ध्रुवीकरण अभियान चलाए जाने की आशंका है. बैठक में उत्तर प्रदेश, पंजाब तथा कई अन्य राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की कार्ययोजना की रणनीति भी बनाई जाएगी.

राहुल गांधी ने कहा, आने वाले महीनों में राज्य चुनाव होने हैं और इसलिए हम उम्मीद कर सकते हैं कि मोदी सरकार मिथ्या प्रचार और ध्रुवीकरण अभियान छेड़ेगी. वे जाति और धर्म की कमजोर नसों को दबाने की कोशिश करेंगे. हमें इसका पूर्वानुमान लगाना है और ऐसी नापाक साजिशों को विफल करना है. मोदी सरकार के ‘गरीब विरोधी एजेंडे और अधूरे वादों’ को कांग्रेस द्वारा ‘सफलतापूर्वक बेनकाब’ करने को रेखांकित करते हुए राहुल गांधी ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि वे ‘सभी मोर्चे पर मोदी सरकार की व्यापक विफलता को उजागर करने के लिए संघर्ष जारी रखें.

सरकार की कथित विफलता के संबंध में उन्होंने कहा कि दलितों के खिलाफ अत्याचार ‘बिना किसी रुकावट के जारी’ है और आदिवासियों के अधिकारों को ‘लगातार रौंदा जा रहा है.’ राहुल गांधी ने कहा, चुनिंदा कॉरपोरेट को फायदा पहुंचाया जा रहा है, आम आदमी को नहीं. पढ़ा-लिखा युवा भी बेरोजगारी का सामना कर रहा है. बैंक ऋण नहीं मिलने से छोटे उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं. पिछले 20 महीनों में निर्यात में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है. कांग्रेस नेता ने कहा कि किसानों की आत्महत्याएं और किसानों की ‘बेचैनी’ ‘हैरान करने वाले स्तर’ तक बढ़ गई है और सरकार आंकड़ों के पीछे अपनी विफलता छुपाने का प्रयास कर रही है, जिन पर ‘शंका और सवाल’ उठाए जा रहे हैं.